Kanpur Hindi News: कानपुरवासियों के लिए अच्छी खबर है. आपको बता दें कि प्रदेश का पहला फुटवियर पार्क कानपुर में बनने जा रहा है, जिससे स्थानीय लोगों के साथ-साथ आसपास के जिलों के युवाओं को भी रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे.
उत्तर प्रदेश के कानपुर के रमईपुर क्षेत्र में राज्य का पहला फुटवियर पार्क विकसित किया जा रहा है. यह परियोजना मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में औद्योगिक विकास और युवाओं को रोजगार देने के उद्देश्य से शुरू की गई है, जिसमें कुल 131.69 एकड़ भूमि का उपयोग किया जा रहा है.
यह पार्क मुख्य रूप से सूक्ष्म, छोटे और मध्यम उद्यमों (MSME) के लिए तैयार किया जा रहा है. इसमें यूनिफॉर्म शूज़, स्पोर्ट्स शूज़, सैंडल्स, पीवीसी शूज़ और लेदर उत्पादों के निर्माण की संभावनाएं हैं, जिससे स्थानीय उद्योगों को नई गति मिलेगी.
पार्क में 5 किलोमीटर लंबी सड़क, 10 किलोमीटर पक्की ड्रेनेज लाइन, ठोस कचरा निस्तारण के लिए 5 टन प्रतिदिन की क्षमता, 10 MLD पानी की आपूर्ति और 40 मेगावाट बिजली की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है ताकि उद्योगों को कोई रुकावट न हो.
इस पार्क को ‘प्लग एंड प्ले’ मॉडल पर बनाया जा रहा है, जिससे उद्योग लगाने वाले उद्यमियों को बिजली, पानी, सीवर और फैक्ट्री शेड जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं पहले से मिलेंगी. इससे उत्पादन शुरू करने में देरी नहीं होगी और निवेश की लागत भी कम आएगी.
पार्क में एक आधुनिक कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाया जाएगा, जिसमें डिजाइनिंग, पैकेजिंग, परीक्षण प्रयोगशालाएं और प्रशिक्षण केंद्र जैसी सुविधाएं उपलब्ध होंगी. इससे न केवल उत्पादों की गुणवत्ता में सुधार होगा बल्कि वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धा की क्षमता भी बढ़ेगी.
औद्योगिक भूखंड खरीदने वाले उद्यमियों के लिए आसान भुगतान योजना बनाई गई है. आवेदन के समय केवल 5% राशि जमा करनी होगी, 25% भुगतान पर प्लॉट का कब्जा मिल जाएगा और शेष राशि 6 किस्तों में चुकाई जा सकेगी, जिससे वित्तीय दबाव कम होगा.
आवेदन की पूरी प्रक्रिया 'निवेश मित्र पोर्टल' के माध्यम से ऑनलाइन की जा सकती है. इससे आवेदन प्रक्रिया न केवल पारदर्शी होगी बल्कि उद्यमियों के लिए सुविधाजनक और त्वरित भी बनेगी, जिससे औद्योगिक निवेश को बढ़ावा मिलेगा
यूपीसीडा के सीईओ के अनुसार, यह पार्क कानपुर के पारंपरिक चमड़ा उद्योग को नई ऊर्जा देगा और हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर उपलब्ध कराएगा. इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और पलायन भी रुकेगा.
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