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बुंदेलखंड का वरदान बनेगा 112 किमी का नया हाईवे, कानपुर से भी होगा कनेक्ट, फ्लाईओवर, सिक्सलेन और पुलों का बिछेगा जाल

Kanpur Highway: कानपुर के रमईपुर से महोबा के कबरई तक बनने वाले 112 किलोमीटर लंबा फोरलेन ग्रीन हाईवे की प्रोजेक्ट रिपोर्ट को अंतिम रूप दिया जा रहा है. 3900 करोड़ की लागत से बनने वाले इस हाईवे का निर्माण जल्द ही शुरू होने के आसार दिख रहे हैं. 

 

Fourlane Highway

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Fourlane Highway

उत्तर प्रदेश में यात्राएं सुगम बनाने की दिशा में कदम बढ़ चुके हैं. यूपी के कानपुर-कबरई नेशनल हाइवे को अब ग्रीन हाइवे बनाने की तैयारी शुरू होने वाली है. इस हाईवे को यमुना एक्सप्रेस वे की तर्ज पर तैयार किया जा रहा है. यह 112 किमी लंबा हाईवे कानपुर नगर, देहात, हमीरपुर और महोबा को जोड़ते हुए आगे बढ़ेगा.

 

कितने किलोमीटर का हाइवे

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कितने किलोमीटर का हाइवे

कानपुर के रमईपुर से हमीरपुर होते हुए कबरई तक एक सौ बारह किमी लम्बे नेशनल हाइवे अब ग्रीन हाइवे में बदलने के संकेत मिलने से यहां के लोगों में खुशी देखी जा रही है. 

 

कब से शुरू होगा काम

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कब से शुरू होगा काम

केन्द्रीय परिवहन मंत्री और केन्द्रीय मोटर विभाग ने तीन महीने के अंदर ग्रीन हाइवे का निर्माण शुरू कराने का भरोसा दिया है.  ग्रीन हाइवे बनाने का आगाज तीन महीने में शुरू हो जाएगा. 

 

अभी होते हैं बहुत हादसे

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अभी होते हैं बहुत हादसे

मौजूदा में कानपुर-कबरई के बीच हाइवे 34 से आवागमन हो रहा है.  यह हाइवे खूनी हाइवे के रूप में पहचान बना चुका है। किसी तरह का कोई डिवाइडर नहीं होने से इस हाइवे में आए दिन ताबड़तोड़ हादसे हो रहे है.

 

ट्रैफिक लोड होगा कम

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 ट्रैफिक लोड होगा कम

समानांतर फोरलेन हाईवे के बनने से ट्रैफिक लोड नए हाईवे पर शिफ्ट होगा. नौबस्ता से लेकर घाटमपुर और हमीरपुर यमुना पुल के पास लंबा जाम लगता है. इसको बनाने में करीब 3700 करोड़ रुपये खर्च होंगे. 

 

फ्लाईओवर और पुल सिक्सलेन, सड़क फोर लेन

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फ्लाईओवर और पुल सिक्सलेन, सड़क फोर लेन

फ्लाईओवर और पुल सिक्सलेन होंगे, जबकि सड़क फोर लेन होगी. कानपुर से भोपाल तक तीन चरणों में पूरे होने वाले 600 किमी हाईवे में करीब 11300 करोड़ खर्च होंगे.

 

मिल गई थी हरी झंडी

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मिल गई थी हरी झंडी

इन हादसों की वजह से वाहन चालक डरे हुए होते हैं. कुछ साल पहले केन्द्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने जनप्रतिनिधियों की डिमांड पर कानपुर से कबरई तक हाइवे को फोरलेन में तब्दील करने की हरी झंडी दी थी. एनजीओ ने इसके लिए सर्वे का काम भी पूरा करा लिया है.  

 

बदलेगी 96 गांवों की तस्वीर

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बदलेगी 96 गांवों की तस्वीर

यह ग्रीन हाइवे कानपुर, फतेहपुर, हमीरपुर व महोबा के छियानवें गांवों से होकर निकलेगा. कानपुर से कबरई तक ग्रीन हाइवे बनने से इन गांवों का विकास तेजी से होगा. ग्रीन हाइवे को रमईपुर, पतारा, घाटमपुर, हमीरपुर, सुमेरपुर, मौदहा, खन्ना से होते हुए कबरई तक गुजरेगा.हाइवे बनने से इन 96 गांवों की तस्वीर ही बदल जाएगी. 

 

रिंग रोड से कनेक्टिविटी से होगा फायदा

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रिंग रोड से कनेक्टिविटी से होगा फायदा

एनएचएआई इस हाईवे को रिंग रोड से जोड़ रहा है. कानपुर में इसे घाटमपुर रोड पर मगरसा से ही शुरू करेगा. मगरसा होते हुए ही रिंग रोड गुजर रही है. रिंग रोड उन्नाव के आटा से मंधना-सचेंडी, रमईपुर, रूमा होते हुए आटा में कनेक्ट होगी. इससे भोपाल से कानपुर आने पर रिंग रोड के रास्ते प्रयागराज, बनारस, लखनऊ, अलीगढ़, दिल्ली, कन्नौज, फर्रुखाबाद भी आसानी से आ जा सकेंगे.

 

आर्थिक विकास को बढ़ावा

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 आर्थिक विकास को बढ़ावा

यह परियोजना न केवल कानपुर और कबरई के बीच यात्रा को आसान बनाएगी, बल्कि यह क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी।

 

डिस्क्लेमर

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डिस्क्लेमर

लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.

 

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