ग्रीन पार्क के कायाकल्प के बाद कानपुर शहर को एक नई खेल पहचान मिलेगी. नए सुविधाओं और आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ स्टेडियम बड़े टूर्नामेंट और अंतरराष्ट्रीय मैचों के आयोजन का केंद्र बन सकता है, जिससे शहर का गौरव भी बढ़ेगा.
कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम का 250 करोड़ रुपये की लागत से कायाकल्प किया जाएगा. तीन चरणों में होने वाले इस विकास कार्य से स्टेडियम को विश्व स्तरीय सुविधाएं मिलेंगी. ड्रेनेज सिस्टम, दर्शक क्षमता और फ्लड लाइट जैसे बुनियादी ढांचे को आधुनिक बनाया जाएगा.
ग्रीन पार्क स्टेडियम की वर्तमान दर्शक क्षमता 27,400 है, जिसे बढ़ाकर 50,000 किया जाएगा. इसके लिए स्टेडियम की पुरानी सी और डी बालकनियों को तोड़कर नई तीन मंजिला वीवीआइपी गैलरी और अतिरिक्त दर्शक दीर्घाएं तैयार की जाएंगी.
स्टेडियम के कायाकल्प का कार्य तीन चरणों में पूरा किया जाएगा. पहले चरण में ड्रेनेज सिस्टम, दर्शक दीर्घा और फ्लड लाइट्स पर काम होगा. दूसरे और तीसरे चरण में अन्य आधुनिक सुविधाओं और सौंदर्यीकरण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा.
नए ड्रेनेज सिस्टम के तहत स्टेडियम में एयर सिस्टम, सब सरफेस एरिएशन और वैक्यूम पावर्ड ड्रेनेज सिस्टम लगाया जाएगा. इससे बारिश के बाद मैदान जल्दी सूख सकेगा और मैचों में व्यवधान कम होगा, जिससे अंतरराष्ट्रीय मैचों की मेजबानी आसान होगी.
स्टेडियम के सी बालकनी क्षेत्र में तीन मंजिला नई वीवीआइपी गैलरी बनेगी. इसमें 500 वीवीआइपी मेहमानों के बैठने की व्यवस्था के साथ-साथ लगभग 15,000 दर्शकों के बैठने की सुविधा भी होगी, जो स्टेडियम को और भव्य बनाएगी.
स्टेडियम में एलईडी फ्लड लाइट्स लगाई जाएंगी, जो कम ऊर्जा खर्च में अधिक रोशनी प्रदान करेंगी. इससे नाइट मैचों का आयोजन और भी शानदार तरीके से संभव होगा, और ग्रीन पार्क देश के प्रमुख स्टेडियमों की सूची में शुमार हो सकेगा.
ग्रीन पार्क स्टेडियम के विकास में लखनऊ के इकाना स्टेडियम और अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम के अनुभवों का लाभ लिया जा रहा है.इन दोनों स्टेडियमों के आर्किटेक्ट और कंसल्टेंट ने योजना बनाने में यूपीसीए की मदद की है.
ड्रेनेज सिस्टम के उन्नयन में बीसीसीआई की तकनीकी टीम का सहयोग लिया जा रहा है. ससे स्टेडियम में विश्व स्तरीय तकनीक का इस्तेमाल सुनिश्चित होगा, जो ग्रीन पार्क को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के बड़े आयोजनों के लिए तैयार बनाएगा.
उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन (यूपीसीए) ने ग्रीन पार्क के कायाकल्प के लिए विशेष भूमिका निभाई है. यूपीसीए ने स्टेडियम के लिए फाइनल मास्टर प्लान तैयार करवाया है और विकास कार्यों की निगरानी भी कर रहा है, ताकि गुणवत्ता में कोई कमी न रहे.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.