Kanpur Ganga Bridges News: कानपुर के रानी घाट से उन्नाव तक जाने के लिए एक नए टू-लेन ब्रिज का निर्माण किया जा रहा है. यह पुल क्षेत्र के निवासियों और यात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा होगी, जिससे आवागमन में सुधार होगा और यात्रा का समय कम होगा.
उत्तर प्रदेश के कानपुर में दो पुलों के निर्माण की योजना को तैयार की गई है. कानपुर के शुक्लागंज, उन्नाव के रास्ते लखनऊ तक जाने के लिए यह एक और रास्ता मिलेगा.
लखनऊ जाने के लिए लोगों को बैराज के रास्ते या शुक्लागंज के रास्ते जाना होता है. कई बार शुक्लागंज में बहुत जाम मिलता है. जो लोग जाजामऊ के रास्ते से जाते हैं वे भी परेशान होते हैं. इस समस्या के समाधान के लिए पुल बनाया जा रहा है.
ट्रांसगंगा से इस पुल की शुरुआत होगी. आगे चलकर यह पुल दो भागों में बंट जाएगा. पुल का एक सिरा रानीघाट तो दूसरा सिरा धोबीघाट पर उतरेगा. पुल बनने से यहां निवेश भी बढ़ेगा.
वीआईपी रोड को मंधना–शुक्लागंज मार्ग से ट्रांसगंगा सिटी के पास जोड़ने के लिए प्रस्तावित पुल 799 करोड़ की लागत से तैयार किए जाएंगे.
सेतु निगम की लखनऊ इकाई ने पुल की डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण को सौंप दी है.
तय डिजायन के मुताबिक कानपुर के लोग रानी घाट चौराहे से उन्नाव जा सकेंगे. वहीं उन्नाव से आने वाले धोबी घट पर उतरेंगे. डीपीआर की मंजूरी के बाद जल्दी ही पुल बनाने का काम शुरू हो जाएगा.
सरसैया घाट पर फोर लेने पुल बनाने के लिए योजना नौ साल पहले बनी थी. कुछ खामियां नजर आईं और फिर पुल का नए सिरे से डिजायन किया गया. जिसके बाद तय हुआ कि दो-दो लेन के पुल बनाए जाएंगे.
इन पुलों को बनाने के लित करीब 799 करोड़ रुपये की लागत आएगी, जिसकी डीपीआर यूपीसीडा को सौंप दी गई है.
पुल की लंबाई करीब 4.50 किलोमीटर की होगी. दो-दो लेन के दोनों पुल 8.50 मीटर चौड़े होंगे. पुल के किनारे 1.50 मीटर का फुटपाथ भी दिया जाएगा.
कानपुर से उन्नाव जाने वाले लोग रानी घाट से पुल से आना जाना करेंगे. वहीं उन्नाव से आने वाले व्हीकल ट्रांसगगा सिटी से धोबी घाट पर उतरेंगे.
रानी घाट व धोबी घाट पर पुलों के कैरिज वे के लिए 13-13 मीटर की जगह मिलेगी. इसके लिए शासन को पत्र लिख दिया गया है. डीपीआर पारित होते ही काम शुरू हो जाएगा पुल बनाने का.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.