UP Dirtiest Indian Railway Stations: यूपी में कुछ गंदे स्टेशन भी हैं, जहां जाकर शायद आपका मन अजीब हो जाए, तब आप क्या कहेंगे? आज हम आपको राज्य के कुछ ऐसे रेलवे स्टेशनों के बारे में बताने वाले हैं, जो अपनी गंदगी के लिए जाने जाते हैं.
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Dirtiest Indian Railway Stations: भारतीय ट्रेन देश के साथ-साथ दुनियाभर में काफी फेमस है. भारतीय रेल दुनिया काचौथा सबसे बड़ा नेटवर्क है. ट्रेन ही नहीं बल्कि ऐसे कई रेलवे स्टेशन हैं, जिनकी लोकप्रियता विश्वभर में फैली हुई है. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन या मुंबई रेलवे स्टेशन अपनी कई चीजों के लिए जाने जाते हैं. जैसे, यहां की ट्रेन कनेक्टिविटी अन्य शहरों के स्टेशनों से जुड़ी हुई है, यही नहीं ये स्टेशन अपनी साफ-सफाई के लिए भी मशहूर हैं. यूपी देश का बड़ा राज्य है पर यहां पर कुछ रेलवे स्टेशन इसलिए मशहूर हैं क्योंकि ये बहुत गंदे की लिस्ट में आते हैं. भारतीय रेलवे के एक सर्वे में पता चला है कि देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशनों में सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश के हैं. 2018 सर्वे के मुताबिक देश के दस सबसे गंदे स्टेशनों में उत्तर प्रदेश के कानपुर का नाम शीर्ष पर है.आइए जानते हैं..
यूपी के कई रेलवे स्टेशन गंदे
उत्तर प्रदेश में कई रेलवे स्टेशन ऐसे हैं जिन्हें गंदा माना जाता है, लेकिन कुछ सबसे प्रमुख नाम हैं. ये रिपोर्ट 2018 के सर्व के अनुसार है. इसमें कानपुर सेंट्रल, मथुरा जंक्शन और शाहगंज रेलवे स्टेशन हैं. एक सर्वे के अनुसार, कानपुर सेंट्रल देश का सबसे गंदा रेलवे स्टेशन है, जबकि मथुरा और शाहगंज भी गंदे स्टेशनों की सूची में शामिल हैं. वहीं दूसरे नंबर पर महाराष्ट्र है. साफ-सफाई, ट्रेन व रेलवे स्टेशन पर स्वच्छता, कैटरिंग और खाने के ऊपर रेलवे ने देश भर में सर्वे किया था. इसके आधार पर ही रेलवे ने रैंकिंग की है।
शाहगंज रेलवे स्टेशन
उत्तर प्रदेश के जौनपुर के शाहगंज शहर में स्थित एनएसजी-3 श्रेणी का रेलवे स्टेशन शाहगंज जंक्शन रेलवे स्टेशन देश के सबसे गंदे रेलवे स्टेशनों में से एक है. क्वालिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के एक न्यूज आर्टिकल के अनुसार, शाहगंज रेलवे स्टेशन सबसे गंदे स्टेशनों (रेलवे मंत्रालय) में से एक है. इसके अलावा, उत्तर प्रदेश के मथुरा और कानपुर सेंट्रल स्टेशन सबसे गंदे स्टेशनों में से हैं.
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टॉप पर कानपुर सेंट्रल
इस लिस्ट में सबसे टॉप पर यूपी का मनचैस्टर कहे जाने वाला और उद्योग नगरी के तौर पर प्रसिद्ध कानपुर सेंट्रल स्टेशन है. रेलवे ने यहां के लिए कहा है कि स्टेशन पर केवल 39 फीसदी सफाई देखने को मिली. इस स्टेशन का करीब 61 फीसदी हिस्सा गंदा रहता है. यह एक जंक्शन स्टेशन है जहां से लखनऊ, इलाहाबाद, दिल्ली, झांसी और फर्रुखाबाद के लिए ट्रेन मिलती हैं.
स्टेशनों को कैसे किया जाता है रैंक?
रेलवे स्टेशनों को सफाई के मामले में रैंक करने के लिए, भारतीय रेलवे मंत्रालय एक स्वच्छता सर्वेक्षण आयोजित करता है. इस सर्वेक्षण में विभिन्न मानकों के आधार पर स्टेशनों की रैंकिंग की जाती है, जैसे कि प्लेटफार्म, वेटिंग रूम, टॉयलेट, और प्लेटफार्मों पर साफ-सफाई का स्तर.हर साल, स्वच्छता सर्वेक्षण के परिणाम जारी किए जाते हैं, और स्टेशनों की रैंकिंग में बदलाव होता रहता है.
नोट-यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि रेलवे स्टेशनों को साफ-सफाई के मामले में रैंक करने के लिए कई अलग-अलग कारक महत्वपूर्ण होते हैं, और सर्वेक्षण के परिणाम केवल एक ही तरह से मूल्यांकन करते हैं.
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