बांदा बनेगा धार्मिक पर्यटन का केंद्र, ऋषि वेदव्यास जन्मस्थली समेत प्रमुख स्थलों का होगा कायाकल्प
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बांदा बनेगा धार्मिक पर्यटन का केंद्र, ऋषि वेदव्यास जन्मस्थली समेत प्रमुख स्थलों का होगा कायाकल्प

Banda Hindi News: उत्तर प्रदेश के बांदा  को पर्यटन के क्षेत्र में एक नई पहचान मिलने जा रही है. आपको बता दें कि जिले के छह ऐतिहासिक व धार्मिक स्थलों का पर्यटन के लिहाज से विकसित किया जाएगा. आइए जानते हैं कौन-कौन से स्थल हैं?

 

six religious spots in Banda
six religious spots in Banda

Banda Latest News: उत्तर प्रदेश सरकार पर्यटक बढ़ाने के लिए तेजी से काम कर रही है. इसी क्रम में, काशी और अयोध्या के बाद अब बांदा को धार्मिक पर्यटन का प्रमुख केंद्र बनाने की दिशा में प्रयास किए जा रहे हैं. इसके लिए सरकार ने 2 करोड़  रुपये की मंजूरी भी दे दी है.

कौन-कौन से स्थल होंगे विकसित?
1. कारूबाबा भगवान मंदिर (नरैनी) 
ग्राम पंचायत चंदौरा, विकासखंड नरैनी स्थित इस प्रसिद्ध मंदिर का विकास क्षेत्रीय विधायक ओममणि वर्मा के प्रयासों से होगा.

2. ऋषि वेदव्यास जन्मस्थली (तिंदवारी) 
ग्राम पंचायत लसड़ा/वसधरी में स्थित यह पौराणिक स्थल जलशक्ति राज्य मंत्री व तिंदवारी विधायक रामकेश निषाद के सहयोग से विकसित होगा.

3. भादेबाबा स्थल (बबेरू) 
तहसील बबेरू के ब्लॉक कमासिन, ग्राम पंचायत मुड़वारा स्थित इस स्थल को विधान परिषद सदस्य जितेंद्र प्रताप सिंह की पहल पर पर्यटन परियोजना में शामिल किया गया है.

4. सिद्ध बाबा स्थान (बांदा सदर) 
विकासखंड बड़ोखर खुर्द के ग्राम सोहाना गांछा में स्थित इस धार्मिक स्थल का कायाकल्प सदर विधायक प्रकाश द्विवेदी के सहयोग से किया जाएगा.

5. रनगढ़ किला (नरैनी) 
ऐतिहासिक महत्व वाले इस किले तक जाने वाले मार्ग का उच्चीकरण किया जाएगा। साथ ही वहां स्ट्रीट फर्नीचर भी लगाया जाएगा जिससे पर्यटकों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें.

6. कुरसेजा धाम मंदिर (तिंदवारी) 
इस मंदिर का पर्यटन विकास जिला योजना के तहत कराया जाएगा.

क्या बोले अधिकारी?
क्षेत्रीय पर्यटन अधिकारी अनुपम श्रीवास्तव ने बताया कि इन छह परियोजनाओं पर कार्य प्रारंभ हो चुका है. सभी कार्य वित्तीय वर्ष 2024-25 में पूरे किए जाएंगे. बुंदेलखंड  क्षेत्र के अधिकांश पर्यटन स्थल अब तक उपेक्षित रहे हैं। पहली बार शासन ने यहां के विकास के लिए गंभीर पहल की है. इससे जहां स्थानीय रोजगार को बढ़ावा मिलेगा, वहीं धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को भी मजबूती मिलेगी. 

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