कैराना उपचुनाव: रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. साहब सिंह बीजेपी में शामिल
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कैराना उपचुनाव: रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौ. साहब सिंह बीजेपी में शामिल

पूर्व विधायक साहब सिंह के साथ बीएसपी नेता चरण सिंह जाटव, बीएसपी के पूर्व जिलाध्यक्ष रजनीकांत जाटव ने भी बीजेपी की सदस्यता ली है. 

चौधरी साहब सिंह ने बीजेपी मुख्यालय पर पार्टी की सदस्यता ग्रहण की.

नई दिल्ली/लखनऊ: कैराना लोकसभा उपचुनाव में जीत के लिए बीजेपी हर कोशिश में लगी है. बीजेपी अब विपक्षी खेमे के असंतुष्टों को साथ लाकर चुनावी गणित दुरुस्त करने में जुटी है. इसकी शुरुआत बागपत के पूर्व विधायक और रालोद के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी साहब सिंह को बीजेपी में शामिल करने से हो गई है. लखनऊ में साहब सिंह ने बीजेपी का दामन थाम लिया. चौ. साहब सिंह अखिलेश सरकार में पशुधन विकास विभाग के सलाहकार भी रहे हैं. पूर्व विधायक साहब सिंह के साथ बीएसपी नेता चरण सिंह जाटव, बीएसपी के पूर्व जिलाध्यक्ष रजनीकांत जाटव ने भी बीजेपी की सदस्यता ली है. 

  1. कैराना उपचुनाव को लेकर बीजेपी की रणनीति
  2. बीजेपी में शामिल हुए पूर्व विधायक साहब सिंह
  3. अखिलेश सरकार में पशुधन विकास के सलाहकार रहे

रालोद को लगा झटका
साहब सिंह के बीजेपी ज्वाइन करने के बाद राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) को जबरदस्त झटका लगा है. कैराना उपचुनाव से पहले बीजेपी के द्वारा खेले गए इस चुनावी पासे ने विपक्ष की परेशानी को बढ़ा दिया है. बीजेपी के रणनीतिकार कैराना में समाजवादी पार्टी के नेता को ही राष्ट्रीय लोकदल से खड़ा करने और उपचुनाव में दोनों ही सीटों पर मुस्लिम उम्मीदवारों को उतारने से बने समीकरण को अपने पक्ष में करने के मूड में हैं.

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बीजेपी मुख्यालय में ग्रहण की सदस्यता 
जानकारी के मुताबिक तीनों नेताओं ने लखनऊ स्थित बीजेपी मुख्यालय पर 11 बजे के बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉ महेंद्रनाथ की मौजूदगी में चौधरी साहब सिंह, संभल के बसपा नेता चरण सिंह भारती जाटव और मुरादाबाद के रजनीकान्त जाटव ने पार्टी की सदस्यता ली.

रालोद से तबस्सुम हसन मैदान में 
कैराना उपचुनाव में रालोद की टिकट पर सपा समर्थित तबस्सुम हसन मैदान में हैं. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले रालोद किसी भी कीमत पर कैराना उपचुनाव जीत कर पश्चिम उत्तर प्रदेश में वापसी करना चाह रही है, क्योंकि मौजूदा समय में रालोद का न कोई सदस्य लोकसभा में है और न ही विधानसभा में. ऐसे में कैराना उपचुनाव में जीत के लिए रालोद एड़ी-चोटी का जोर लगा रही है.

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