उत्तर प्रदेश के कासगंज में दूसरे दिन भी हिंसा, तोड़फोड़-आगजनी मामले में 49 आरोपी गिरफ्तार
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उत्तर प्रदेश के कासगंज में दूसरे दिन भी हिंसा, तोड़फोड़-आगजनी मामले में 49 आरोपी गिरफ्तार

26 जनवरी को जिस लड़के की मौत हुई थी, उसकी अंत्येष्टि के बाद लौट रहे कुछ लोगों ने आगजनी और तोड़फोड़ की. इनमें से कुछ को धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है.

तिरंगा बाइक रैली के दौरान कासगंज में हुई हिंसा के बाद उपद्रवियों ने एक बस को आग के हवाले कर दिया. (PTI/27 Jan, 2018)

कासगंज (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के कासगंज शहर में शनिवार (27 जनवरी) को लगातार दूसरे दिन हिंसा जारी रही. उपद्रवियों ने कुछ दुकानों में तोड़फोड़ की और एक बस को भी आग के हवाले कर दिया. कासगंज में गणतंत्र दिवस के मौके पर 26 जनवरी को निकाली गयी एक मोटरसाइकिल रैली पर पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी थी जिसमें एक किशोर की मौत हो गयी. हिंसा के बाद 26 जनवरी को शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया था. अबतक 49 आरोपी गिरफ्तारराज्य सरकार के एक प्रवक्ता ने बताया कि शहर में निषेधाज्ञा लागू है. उन्होंने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि कर्फ्यू हटाया गया है या नहीं. पुलिस ने बताया कि देर शाम गंगेश्वर कालोनी में एक मकान को आग लगा दी गयी. एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया. उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बयान में कहा कि 49 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है. बाकी आरोपियों को गिरफ्तार करने के प्रयास किये जा रहे हैं.

  1. देर शाम गंगेश्वर कालोनी में एक मकान को आग लगा दी गयी. 
  2. एक वाहन को भी आग के हवाले कर दिया गया.
  3. पुलिस के अनुसार कासगंज थाने में शिकायत दर्ज कर ली गयी है.

26 जनवरी को तिरंगा झण्डा भ्रमण के दौरान हंगामा
बयान में कहा गया है, ''26 जनवरी की सुबह कस्बा कासगंज में अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिलों से ‘वन्देमातरम’ तथा ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाते हुए हाथों में तिरंगा झण्डा लेकर भ्रमण कर रहे थे. जुलूस जैसे ही अल्पसंख्यक बाहुल्य क्षेत्र बड्डूनगर में पहुंचा तो कुछ उपद्रवी तत्वों द्वारा पथराव तथा फायरिंग कर दी गयी, जिससे दोनों पक्षों में विवाद उत्पन्न हो गया तथा अफरातफरी का माहौल व्याप्त हो गया.'' 

जिले की सीमाएं सील
बयान में कहा गया, ‘इसी बीच फायरिंग के दौरान दो युवक अभिषेक गुप्ता उर्फ चन्दन एवं नौशाद गोली लगने से घायल हो गये. घायल चन्दन को सरकारी अस्पताल ले जाया गया जहां उसकी मौत हो गयी एवं नौशाद को गम्भीर अवस्था में अलीगढ़ उपचार के लिए ले जाया गया.' रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) और पीएसी के जवान लगातार चौकसी कर रहे हैं. जिले की सीमाएं सील कर दी गयी हैं ताकि शांति भंग करने का प्रयास करने वालों को शहर में प्रवेश से रोका जा सके.

वीएचपी, एबीवीपी के कार्यकर्ता निकाल रहे थे रैली
उल्लेखनीय है कि विश्व हिन्दू परिषद और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओं द्वारा निकाली जा रही मोटरसाइकिल रैली पर 26 जनवरी को पथराव के बाद हिंसा भड़क उठी थी. इसके बाद हुई आगजनी एवं फायरिंग में एक किशोर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गये थे.

पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात
इस बीच अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने संवाददाताओं को बताया कि कुछ असामाजिक तत्वों ने 27 जनवरी को शहर के बाहर एक छोटी दुकान को आग लगाने की कोशिश की. कुछ दुकानों में तोड़फोड़ भी की गयी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर हालात काबू में किये. कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. उन्होंने कहा, ‘कानून व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के अलावा हमारा प्रयास है कि समुदायों में परस्पर भाईचारा कायम रहे.’ उन्होंने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है. पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है.

असामाजिक तत्वों ने दो दुकानों को लगाई आग
कासगंज के पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार सिंह ने बताया कि असामाजिक तत्वों ने घंटाघर बाजार में जूतों की दो दुकानों को आग लगा दी. दमकल की गाड़ियों ने मौके पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया. एक छोटी दुकान को भी आग लगायी गयी. उपद्रवियों ने एक बस को भी क्षतिग्रस्त कर आग के हवाले कर दिया. मौके पर पहुंची दमकल की गाडियों ने आग पर काबू किया. प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने हिंसा को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि इसके पीछे जिन लोगों का हाथ है, उन्हें बख्शा नहीं जाएगा.

दोषियों को कड़ी सजा मिले
उधर उत्तर प्रदेश सरकार पर कानून व्यवस्था की स्थिति नियंत्रित करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए सपा प्रवक्ता सुनील सिंह साजन ने कहा कि प्रदेश सरकार को असामाजिक तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि इससे अन्य ऐसे तत्वों को सबक मिल सके. राज्य सरकार को इस मुद्दे को गंभीरता से लेना चाहिए और दोषियों को कड़ी सजा दी जानी चाहिए. इस घटनाक्रम पर उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वीरेन्द्र मदान ने कहा कि राज्य सरकार को गंभीरता दिखाते हुए स्थिति पर जल्द नियंत्रण करना चाहिए. पुलिस के अनुसार कासगंज थाने में शिकायत दर्ज कर ली गयी है. हिंसा में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किये जा रहे हैं.

धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए 39 लोग गिरफ्तार
बाद में अपर पुलिस महानिदेशक (आगरा) अजय आनंद ने कहा कि धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए एहतियातन 39 लोगों की गिरफ्तारियां की गई हैं. निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने वाले अन्य लोगों को भी गिरफ्तार किया जा रहा है. अलीगढ़ के मंडलायुक्त सुभाष चंद्र शर्मा ने कहा कि 26 जनवरी को जिस लड़के की मौत हुई थी, उसकी अंत्येष्टि के बाद लौट रहे कुछ लोगों ने आगजनी और तोड़फोड़ की. इनमें से कुछ को धारा-144 का उल्लंघन करने के लिए गिरफ्तार किया गया है.

(इनपुट एजेंसी से भी)

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