धर्म विशेष की महिलाओं ने बच्चों समेत घरों में ताला डालकर गांव से किया पलायन.
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कौशांबी : उत्तर प्रदेश में इन दिनों पलायन की घटनाओं में तेजी आ रही है. कैराना, संभल और मुजफ्फरनगर के बाद अब पलायन की खबर कौशांबी से आ रही है. यहां के सुरसेना गांव की वर्ग विशेष की महिलाओं ने पुलिस पर उनके उत्पीड़न का आरोप लगाया है. इसी के साथ ही रविवार को बड़ी संख्या में महिलाओं ने अपने-अपने घरों पर ताले डाल दिए हैं और गांव छोड़कर चली गई हैं.
रविवार को जब ये महिलाएं सामूहिक रूप से गांव से पलायन कर रही थीं तो गांव की महिला प्रधान रीना शुक्ला ने उन्हें रोकने की काफी कोशिश की. लेकिन धर्म विशेष की महिलाओं ने कौशांबी पुलिस के अफसरों पर गंभीर आरोप लगाकर गांव में रहने से मना कर दिया. गांव से पलायन करने वाली महिलाओं का आरोप है कि कौशांबी पुलिस के अधिकारियों के निर्देश पर सराय अकिल की पुलिस रोज रात को उनके घरों में छापे मारकर औरतों और बच्चियों के साथ दुर्व्यवहार करती है. जबकि पुलिस उनके आदमियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है. गांव की प्रधान रीना शुक्ला ने भी सराय अकिल थाने समेत पुलिस अफसरों पर पूर्व प्रधान के इशारे पर एकपक्षीय कार्रवाई कर धर्म विशेष की महिलाओं का उत्पीड़न करने का आरोप लगाया.
सराय अकिल थाना इलाके के सुरसेना गांव में पुलिसिया जुल्म से परेशान धर्म विशेष की महिलाओं के पलायन के मामले पर एसडीएम चायल जीतेन्द्र श्रीवास्तव ने इस पूरे मामले की जानकारी होने से ही साफ इनकार कर दिया. लेकिन मामले की गंभीरता को देखते हुए उन्होंने यह जरूर कहा कि हमारे द्वारा मिली जानकारी के अनुसार वह पूरे मामले की जांच कर कार्यवाही करेंगे. गांव से पलायन की इस घटना की जड़ में जाने पर पता चला है कि 29 जून को गांव के पूर्व प्रधान मनोज मिश्रा और गांव के ही रहने वाले धर्म विशेष के लोगों में मारपीट हुई थी. जिस पर पूर्व प्रधान ने सराय अकिल थानेदार हेमंत मिश्रा से अपनी नजदीकियों का फायदा उठाकर धर्म विशेष के लोगों पर एकतरफा कार्रवाई कर उत्पीड़न शुरू कर दिया है.