New Khalilabad-Bahraich Rail Line: पूर्वांचल के यात्रियों को बेहतर रेल सुविधाएं मुहैया कराने के लिए रेलवे बड़े रेल प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है.बहराइच-खलीलाबाद के बीच प्रस्तावित रेलवे लाइन को बिछाने के लिए कवायदें तेज कर दी गई हैं.
उत्तर प्रदेश के कई जिलों को एक और रेलवे लाइन की बड़ी सौगात मिली हैं. इस रेल मार्ग की लंबाई 240 किलोमीटर रहने वाली है. इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही इलाके की कनेक्टिविटी पहले से और ज्यादा बेहतर हो जाएगी. इस रेल लाइन साथ ही इस रेलवे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा दिया जाएगा.
रेलवे बोर्ड ने उत्तर प्रदेश के खलीलाबाद-बहराइच वाया बलरामपुर-श्रावस्ती नई रेल लाइन की सौगात दी है. इसके लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अब शुरू दी गई है.
इस योजना से इन 3 जिलों में 240 किलोमीटर लंबी नई नवेली रेल पटरी का बनाई जाएगी. इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही इलाके की कनेक्टिविटी पहले से और ज्यादा बेहतर हो जाएगी.
हालांकि बलरामपुर में रेल पटरी के निर्माण के लिए अभी तक कोई निर्देश जारी नहीं किए गए हैं. 2014 में सर्वे के लिए परियोजना को मंजूरी दी गई थी. इसके लिए बहराइच में भूमि अधिग्रहण के लिए राजपत्र जारी कर दिया गया है.
इस साल बहराइच-श्रावस्ती-बलरामपुर के 80 किलोमीटर रेलवे मार्ग के लिए 620 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया गया है.
बलरामपुर के हंसुवाडोल गांव में पहला हाल्ट स्टेशन बनाने की योजना है. बलरामपुर रेलवे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा मिलेगा. जबकि बहराइच और श्रावस्ती में दस नए स्टेशन बनाने की योजना है.
इसके साथ ही कई अन्य स्थानों स्टेशनों और हाल्ट स्टेशन बनाए जाएंगे. रेलवे लाइन बिछाने के लिए 40 फीट चौड़ी जमीन, जबकि स्टेशनों को 100 मीटर चौड़ी जमीन चाहिए. यूपी के पांच जिलों को जोड़ेगी खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन
किसानों को डर है कि भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया उनकी फसलों के कटाई से पहले न शुरू हो जाए, इसलिए वे अपनी फसलों की बोआई को लेकर परेशान हैंच इसके अलावा, रेलवे ने 32 नए स्टेशन बनाने की योजना बनाई है, जिसमें छह नए स्टेशन बनाए जाएंगे.
साल 2026 तक खलीलाबाद, मेहदावल, डुमरियागंज, उतरौला, श्रावस्ती, भिनगा और बहराइच तक 240 किलोमीटर लंबी रेल लाइन का कार्य पूरा करने का लक्ष्य है। इस रूट पर बरदेहरा, भिनगा, लक्ष्मनपुर, गोडपुरवा, इकौना, श्रावस्ती, खगईजोत, श्रीदातागंज, उतरौला, बंजरहा, डुमरियागंज, भग्गोभार, बांसी, खेसरहा, मेहदावल और भगौली बाजार में स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा. इन स्टेशनों के आसपास स्थानीय लोग होटल, ढाबे, रेस्टोरेंट और अन्य दुकानें बना सकते हैं जिससे स्थानीय लोगों के लिए रोजगार बढ़ेगा.
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