मगहर में कबीर के दोहों के सहारे पीएम मोदी ने विपक्ष को सुनाई खरी-खरी
Advertisement

मगहर में कबीर के दोहों के सहारे पीएम मोदी ने विपक्ष को सुनाई खरी-खरी

मगहर में पीएम नरेंद्र मोदी ने 24 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास किया. पीएम मोदी, संत कबीर के 620वें प्राकट्य उत्सव के मौके पर पहुंचे.

मगहर में कबीर के दोहों के सहारे पीएम मोदी ने विपक्ष को सुनाई खरी-खरी

नई दिल्ली/संत कबीर नगर : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार (28 जून) को उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर जिले में स्थित सूफी संत कबीर दास के 620वें प्राकट्य उत्सव के मौके पर मगहर पहुंचे. वह यहां सबसे पहले संत कबीर दास की समाधि पर पहुंचे और फूल चढ़ाए. उन्होंने संत कबीर की मजार पर चादर भी चढ़ाई. उनके साथ इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद थे. पीएम मोदी ने मगहर में 24 करोड़ की लागत से तैयार होने वाली संत कबीर अकादमी का भी शिलान्यास किया. इस मौके पर पीएम मोदी ने एक रैली को भी संबोधित किया. इस रैली में उन्होंने संत कबीर को याद करते हुए विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा.

  1. मगहर में 24 करोड़ की लागत से तैयार हो रही है संत कबीर अकादमी
  2. पीएम की इस रैली को 2019 में होने वाले चुनावों का उद्घोष माना जा रहा है
  3. पीएम मोदी के साथ इस मौके पर सीएम योगी भी रहे मौजूद

पीएम नरेंद्र मोदी ने यहां पर एक बार फिर से अपने चिर परिचित अंदाज में अपने भाषण की शुरुआत पुरबिया भाषा में की. उन्होंने कहा, मेरी यहां आने की इच्छा पूरी हुई. संत कबीर ने समाज को सही दिशा दिखाई. कबीर की साधना मानने से नहीं जानने से आरंभ होती है. इस मौके पर पीएम ने अमरनाथ यात्रियों को भी शुभकामनाएं दीं. पीएम मोदी ने संत के दोहों को याद करते हुए कहा, कबीर को समझने के लिए किसी शब्दकोष की जरूरत नहीं है. उनकी भाषा आपकी और हमारी सीधी साधी भाषा थी. कबीर सत्य थे, इसलिए सबके हो गए. पीएम मोदी ने कहा, वह विचार बन कर आए और अपने व्यवहार से अमर हो गए. 

पीएम मोदी ने संत कबीर की सीख के सहारे, विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा. उन्होंने कहा, कुछ लोग समाज में शांति नहीं कलह चाहते हैं. ऐसे लोग जमीन से कटे हुए हैं. उन्हें हकीकत का पता ही नहीं है. उन्होंने संत कबीर को पढ़ा ही नहीं.पीएम मोदी ने कहा, आज भी हम समाजवाद और बहुजनवाद की बात करने वालों को सत्ता के लिए उलझते देखते हैं. जब हम लोगों की घर की बात कर रहे थे, उस समय उनका ध्यान अपने बंगले पर लगा था.  उन्होंने कहा, दो दिन पहले इमरजेंसी की 43वीं एनिवर्सिरी थी. सत्ता के लालच में लोगों ने इसे हम पर थोपा. जिन लोगों ने इसका विरोध किया था वह सत्ता के लिए आज उन्हीं के साथ हैं.

तीन तलाक का मुद्दा छेड़ा
पीएम मोदी ने इस मौके पर फिर से तीन तलाक का मुद्दा छेड़ा. उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा, मुस्लिम समाज की महिलाओं के लिए हम तीन तलाक पर कानून लेकर आए, लेकिन संसद में कुछ दल इसमें अब भी रोढ़ा अटका रहे हैं.उन्होंने इस मौके पर पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम को याद करते हुए कहा, उन्होंने इस जगह के लिए सपना देखा था. हम देश के पूर्वी हिस्से को विकसित कर रहे हैं.

मगहर में पीएम मोदी से पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभा को संबोधित करते हुए कहा, भाजपा किसी एक धर्म या संप्रदाय की सरकार नहीं है. भारत में एक विश्वास का वातावरण बना है. बड़ी संख्या में देश में आवास बने हैं. सरकार की योजनाओं का सीधा लाभ गरीबों तक पहुंच रहा है. उन्होंने कहा, सरकार गरीबों के हित में कार्य कर रही है. देश मोदी राज में तरक्की की राह पर है. सीएम योगी ने कहा, पिछले चार साल में सरकार पर भ्रष्टाचार का एक भी आरोप नहीं लगा.

इससे पहले पीएम मोदी सुबह लखनऊ पहुंचे. यहां उनका स्वागत मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया. इस मौके पर उनके साथ मंत्रिमंडल के दूसरे और अधिकारी भी मौजूद थे. 

क्यों जाना जाता है मगहर को
संतकबीर नगर जिले में छोटा सा कस्बा मगहर वाराणसी से 200 किमी दूर है. इस कस्बे को लेकर पहले कहा जाता था कि यहां मरने वाला व्यक्ति अगले जन्म में गधा होता है या फिर नरक में जाता है. कबीर दास वाराणसी में पैदा हुए, लेकिन उन्होंने अपना अंतिम समय मगहर में बिताया था. उन्होंने पूरा जीवन काशी में बिताया, लेकिन अंतिम समय मगहर चले गए. ऐसा उन्होंने यहां के बारे प्रचलित धारणा को तोड़ने के लिए किया. 1518 में इसी जगह संत कबीर दास की मृत्यु हुई.

Trending news