congress rajesh mishra Join BJP: लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में  बड़ा झटका लगा है. वाराणसी से सांसद रह चुके राजेश मिश्रा ने कांग्रेस पार्टी को छोड़ दिया है. मंगलवार को उन्होंने नई दिल्ली में रविशंकर प्रसाद और अरुण सिंह की मौजूदगी में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. माना जा रहा है कि वह भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं. 


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बताया जा रहा है कि राजेश मिश्रा उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन करने से नाराज थे. मंगलवार को उन्होंने बीजेपी में शामिल होने के दौरान कहा कि कांग्रेस में उनको लगातार अपमानित किया जा रहा था.  उ्होंने कहा कि वाराणसी क्षेत्र में इस बार विपक्ष का जो भी उम्मीदवार आएगा, उसे पोलिंग एजेंट नहीं मिलेगा. आगे कहा कि पीएम मोदी वाराणसी के सांसद हैं, उन्होंने दुनिया में देश का नाम रोशन किया है, सौभाग्य की बात है कि वह वाराणसी से सांसद हैं. 


सपा से गठबंधन के बाद कांग्रेस पर हुए थे हमलावर
यूपी में समाजवादी पार्टी के साथ कांग्रेस के गठबंधन के बाद राजेश मिश्रा ने कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने सपा के सामने सरेंडर कर दिया है.  सपा के साथ गठबंधन में जो सीटें कांग्रेस के पास आई हैं, वहां पार्टी के पास लड़ाने के लिए उम्मीदवार ही नहीं हैं. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा पर भी निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि राहुल गांधी भारत जोड़ो नहीं भारत तोड़ो यात्रा की तरह काम कर रहे हैं.


वाराणसी से रह चुके हैं सांसद
बता दें कि राजेश मिश्रा वाराणसी से कांग्रेस के टिकट पर सांसद रह चुके हैं. उन्होंने साल 2004 में बीजेपी के दिग्गज नेता शंकर प्रसाद जयसवाल को 50 हजार से ज्यादा वोटों से शिकस्त दी थी. राजेश मिश्रा मूल रूप से देवरिया के रहने वाले हैं. बीते चुनाव में वह देवरिया से चुनाव लड़े थे. 


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