लखनऊ: देश में कोरोना की महामारी से निपटने के लिए कई विशेष प्रावधान किए जा रहे हैं. एक तरफ कोरोना के मामले लगातार  बढ़ते जा रहे हैं तो दूसरी तरफ यूपी सरकार प्रदेश की जनता को इस महामारी से बचाने के लिए अस्पताल और टेस्टिंग की सुविधा मुहैया कराने में जुटी है. महामारी से निपटने के लिए लखनऊ से डीएम अभिषेक प्रकाश के नेतृत्व में बैठक की गई, जिसमें फैसला लिया गया है कि सभी दफ्तरों में कोविड-19 हेल्प डेस्क बनाई जाए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

COVID-19 हेल्प डेस्क अनिवार्य 
कोरोना महामारी से निपटने के लिए क्रमबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है लखनऊ में जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश के नेतृत्व में बैठक कर इस कोरोना की महामारी से लड़ने के लिए कई कड़े फैसले लिए गए. इस बैठक में मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम और अन्य अधिकारी मौजूद रहे, बैठक में तय हुआ कि सभी शासकीय और निजी कार्यालयों, बैंक्स आदि सार्वजनिक स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाना अनिवार्य है. कोविड-19 हेल्प डेस्क में थर्मल स्कैनर, पल्स ऑक्सीमीटर, मास्क और सैनेटाइजर रखना अनिवार्य होगा. 


आदेश का उल्लंघन होने पर FIR
अगर कोई भी इस आदेश का उल्लंघन करेगा तो उस पर महामारी एक्ट के तहत FIR और कड़ी दंडात्मक कार्यवाही की जायेगी. प्रोटोकॉल के अनुपालन में ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोगों को होम क्वॉरेंटाइन रहना होगा. ऐसा न करने पर भी महामारी एक्टर में मामला दर्ज होगा. 


इसे भी पढ़िए: कोरोना के कारण 30 फीसदी पाठ्यक्रम हुआ कम, योगी सरकार ने लिया अहम फैसला


सभी प्राइवेट अस्पतालों में True Net मशीनें 
लखनऊ जिलाधिकारी ने ये भी फैसला लिया है कि राजधानी के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स में भी ट्रूनेट मशीन लगेगी. लखनऊ में कोरोना पेशेंट की लगातार बढ़ रही संख्या के चलते डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा है कि ज्यादातर अस्पतालों में ट्रू नेट मशीनें हैं. जहां नहीं हैं, वहां इन्हें इंस्टॉल किया जाएगा. ट्रूनेट मशीन के जरिये एक से दो घण्टे के भीतर कोविड 19 की रिपोर्ट आ जाती है. 


WATCH LIVE TV