Lucknow News : देश की पहली नाइट सफारी कब होगी शुरू? यूपी में नवाबों की नगरी को मिलेगी नई पहचान
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Lucknow News : देश की पहली नाइट सफारी कब होगी शुरू? यूपी में नवाबों की नगरी को मिलेगी नई पहचान

Lucknow Latest News : लखनऊ में अप्रैल के महीने योगी सरकार सीएम योगी के ड्रीम प्रोजेक्ट ‘कुकरैल नाइट सफारी व एडवेंचर पार्क’ के निर्माण से जुड़े कार्यों की शुरुआत करेगी. साथ ही विकास कार्यों को भी पूरा करेगी. 

 

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Lucknow News Hindi : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार जल्द ही विकास से जुड़े कार्यों को शुरू करने जा रही है. जिसमें सरकार जल्द ही ‘कुकरैल नाइट सफारी व एडवेंचर पार्क’ के निर्माण के कार्यों को शुरू करने जा रही है. सीएम योगी का ड्रीम प्रोजेक्ट ‘कुकरैल नाइट सफारी व एडवेंचर पार्क’ देश में अपनी सफारी नाइट की पहली मिसाल कायम करेगा. इसके निर्माण कार्यों को पूरा करने के लिए टेक्निकल विभाग ने एक ढांचा तैयार कर लिया. 

5 प्रकार के आवासीय खंडों का निर्माण 
योजना के अनुसार ईपीसी मोड में 24 महीनों की समयावधि के भीतर फेज-1 के निर्माण व विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा. जिसकी शुरुआत अप्रैल से शुरू होनी है. इन निर्माण कार्यों में 38 प्रकार के जीव-जंतुओं के एनक्लोजर, एम्यूजमेंट एक्टिविटी एरिया, एडमिनिस्ट्रेशन ब्लॉक, 7 डी थिएटर, आर्ट गैलरी व शानदार एंट्री गेटवे, कैफेटेरिया, एंट्रेंस प्लाजा, क्वॉरंटीन वॉर्ड, पशु चिकित्सालय तथा स्टॉफ के लिए 5 प्रकार के आवासीय खंडों का निर्माण व विकास किया जाएगा. 

855.07 एकड़ के प्रसार क्षेत्र में होगा विकसित 
कुकरैल नाइट सफारी व एडवेंचर पार्क का निर्माण दो फेज में पूरा होगा. इसके विकास व निर्माण के लिए 1500 करोड़ रुपए से अधिक की रकम सरकार द्वारा दी जाएगी. इसमें से 631 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से सभी निर्माण व विकास कार्यों को पूरा किया जाएगा. इन्हें परियोजना के अंतर्गत कुकरैल जंगल के कुल 65,254 स्क्वेयर मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा. जबकि पूरी परियोजना को 34.59 लाख स्क्वेयर मीटर 855.07 एकड़ के प्रसार क्षेत्र में विकसित किया जाएगा. 

38 जीवों के एनक्लोजर्स का होगा निर्माण 
जिन जीवों के एनक्लोजर्स का निर्माण कुकरैल नाइट सफारी में होगा उनमें भारतीय शेर, कैराकल, तेंदुआ, नीलगाय, काला हिरण, चिंकारा, स्लॉथ भालू, बारहसिंघा, हिरण, हॉग डियर, सियार, हिमालयन काला भालू, धारीदार लकड़बग्घा प्रमुख हैं. इनके अतिरिक्त, घड़ियाल, जंगली सूअर, बंगाल टाइगर, फिशिंग कैट, ऊदबिलाव, मगरमच्छ, जेब्रा, सीतातुंगा, दरियाई घोड़ा, अफ्रीकी भैंसे, उल्लू, अजगर, कोबरा, वाइपर, फ्लाइंग फॉक्स, फ्लाइंग  स्क्विरिल, पाम लिवेट, जंगली बिल्ली, भेड़िये, स्लो लोरिस तथा भारतीयों से ही आदि जैसे 38 जीवों के एनक्लोजर्स का निर्माण किया जाएगा. 

परियोजना के अंतर्गत विभिन्न प्रकार की सेवाओं और सुविधाओं का विकास किया जाएगा. इनमें बागवानी, भूनिर्माण, सड़कें व फुटपाथ, पार्किंग, रास्ते, क्रीडा सुविधाएं, परिसर की दीवारें, चौकीदार केबिन, सभी द्वार बाहरी विकास, जल निकासी तथा साइनेज इंस्टॉलेशन जैसे कार्यों को पूरा किया जाएगा. 

परियोजना के अंतर्गत, एक डायरेक्टर बंगले समेत 5 प्रकार के आवासीय ब्लॉक का निर्माण होगा. आवासीय ब्लॉक्स में पशु चिकित्सकों के बंगले, फायर फाइटिंग यूनिट, स्टाफ रेजिडेंस व ऑडिटोरियम जैसी सुविधाओं का निर्माण किया जाएगा. इन निर्माण कार्यों के पूरा होने पर आधुनिक सीसीटीवी सर्विलांस सिस्टम, पब्लिक एड्रेस सिस्टम तथा इंटीग्रेटेड बिल्डिंग मैनेजमेंट सिस्टम जैसी सुविधाओं को स्थापित व संचालित किया जाएगा. 

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