Gonda Anamika Shukla Case: गोंडा में अनामिका शुक्ला फर्जी शिक्षक मामले में अब सूचना आयोग ने बेसिक शिक्षा विभाग और वित्त विभाग को जांच के आदेश दिए हैं.
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Gonda Anamika Shukla Case: यूपी में अनामिका शुक्ला के नाम पर प्राइमरी स्कूलों में पढ़ा रहे 25 फर्जी शिक्षक मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं. इतना बड़ा घोटाला उजागर होने पर अफसरों के होश उड़ गए हैं. उत्तर प्रदेश सूचना आयोग ने भ्रष्टाचार निवारण, बेसिक शिक्षा विभाग और वित्त विभाग को अनामिका शुक्ला प्रकरण में तह तक जाने के आदेश दिए हैं.
यह है पूरा प्रकरण
दरअसल, गोंडा के रहने वाले सुनील कुमार त्रिपाठी ने 17 मार्च को सूचना आयोग पहुंचकर पूरे मामले में शिकायत की. इसके बाद सूचना आयोग ने बेसिक विभाग समेत भ्रष्टाचार निवारण और वित्त विभाग के तह तक जाने के आदेश दिए. सूचना आयोग ने बेसिक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक को आदेश दिया कि वह स्वत: संज्ञान लेकर जांच करें कि आखिर एक ही नाम पर 25 से ज्यादा लोगों को प्राइमरी स्कूल में नौकरी पा ली. इतना ही नहीं करोड़ों का वेतन भी उठा लिया.
20 से ज्यादा लोग अनामिका शुक्ला के नाम पर उठा रहे वेतन
साथ ही सूचना आयोग ने खंड शिक्षा अधिकारी बेलसर और तरबगंज को अपने-अपने क्षेत्र में अनामिका शुक्ला के नाम पर पढ़ा रही शिक्षकों की पूरी लिस्ट तैयार करने को कहा है. पूरे मामले में 25 मार्च को अगली सुनवाई होगी. आयोग ने कहा कि अगली सुनवाई तक सभी लोग अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेंगे. बता दें कि साल 2020 में पहली बार अनामिका शुक्ला के नाम पर प्राइमरी स्कूल में नौकरी करने का खुलासा हुआ था. इसके बाद से गोंडा कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई गई थी.
एसटीएफ के जांच रिपोर्ट न देने पर सूचना आयोग का रुख किया
यूपी एसटीएफ ने मामले में कई फर्जी शिक्षक को गिरफ्तार कर जेल भेजा. सुनील कुमार त्रिपाठी का कहना है कि उसके बाद भी अनामिका शुक्ला की मार्कशीट का इस्तेमाल कर 20 से ज्यादा लोग करोड़ों का वेतन ले रहे हैं. एसटीएफ के जांच रिपोर्ट न देने पर सुनील कुमार ने सूचना आयोग का रुख किया. अब आयोग ने जांच के आदेश दिए हैं.
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