काली डायरी में मिला आतंक का कोड, 'गोश्त पकाओ दोस्त आएंगे', मतलब बड़े हमले की तैयारी
Advertisement

काली डायरी में मिला आतंक का कोड, 'गोश्त पकाओ दोस्त आएंगे', मतलब बड़े हमले की तैयारी

यूपी एटीएस की रेड में मिनाहज़ के घर से एक काली डायरी मिली जिसके अंदर से आतंक से जुड़ी तमाम जानकारी सामने आई हैं साथ ही बकरीद के पहले तौहीद और मूसा के लखनऊ आने के संदेश भी मिले हैं.

प्रतीकात्मक

विशाल सिंह/लखनऊ:  उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आतंकी हमला करने की रणनीति तैयार करने वाले दो संदिग्ध आतंकियों ने यूपी एटीएस के सामने बड़ा खुलासा किया है. पूछताछ में आतंकियों ने खुलासा किया है कि वो कोड के जरिए एक दूसरे से बात करते थे और अपना मैसेज आतंकियों तक पहुंचाते थे. आंतकियों ने अपना खुद का कोड बनाया था जिसके जरिए हर जरूरी संदेश भेजा जा रहा था.

यूपी एटीएस की रेड में मिनाहज़ के घर से एक काली डायरी मिली जिसके अंदर से आतंक से जुड़ी तमाम जानकारी सामने आई हैं साथ ही बकरीद के पहले तौहीद और मूसा के लखनऊ आने के संदेश भी मिले हैं.

पांच करोड़ की फिरौती के लिए अगवा हुए डॉक्टर को पुलिस ने बीहड़ से कराया मुक्त, हुए थे 'हनीट्रैप' का शिकार

काली डायरी का सीक्रेट कोड का मतलब

प्रेशर कुकर बम का कोड वर्ड ‘9 नंबर की किताब
जांच एजेंसियों को डायरी से मिली जानकारी से ये पता चला है की जो पिस्टल, मिनाहज़ के यहां से बरामद हुई थी उसका कोड  3 नंबर की किताब’ था. इसके साथ ही प्रेशर कुकर बम का कोड वर्ड ‘9 नंबर की किताब’ था.

ई-रिक्शा को कोड वर्ड में लिखा उड़न तश्तरी
काली डायरी में टाइम बम को पटाखा और सुतली से बनाए जाने वाले देसी बम को रस्सी कोड वर्ड में लिखा गया. ई रिक्शा को कोड वर्ड में उड़न तश्तरी लिखा गया है. आतंकी बिना रेजिस्ट्रेशन के ई रिक्शा ढूंढने के लिए * * * * *सवारी वाला काम’ कोड वर्ड का इस्तेमाल कर रहे थे.

खटमलों को शीरमाल और कबाब खिलाने का मतलब बड़ा हमला
खटमलों को शीरमाल और कबाब खिलाने हैं जिसका मतलब विस्फोट के रूप में कोई बड़ा हमला करना है. डायरी में ये संदेश दो बार लिखा हुआ था, इसका मतलब ये संदेश दो बार मिनाहज़ को मिला होगा.

16 जुलाई को बीजेपी कार्यसमिति की बैठक, जेपी नड्डा करेंगे उद्घाटन, एजेंडे में मिशन 2022!

आंतकी ग्रुप को फ्लाइट के नाम से बुलाते, नहीं लेते थे एक दूसरे का नाम
आतंकी कश्मीर या देश के बाहर फोन पर बात करते वक़्त ग्रुप को फ्लाइट के नाम से पुकारते थे. आतंकी कहते थे कि ''पहली फ्लाइट, दूसरी फ्लाइट'' जा चुकी है. पहली टीम घर से बाहर निकल गई है यानी पहली फ्लाइट चली गई है. यह कोड भाषा के इतने आदि हो गए थे कि मोड्यूल के किसी भी सदस्य ने नाम का शब्द कभी अपने मुंह से नहीं निकाला था.

डायरी में कई उर्दू शब्द भी अलग-अलग पन्नों पर लिखे गए
डायरी के अंदर कई उर्दू शब्द भी अलग-अलग पन्नों पर लिखे हुए हैं जिसमें या खुदा, मिशन अल्लाह जैसे शब्द हैं जिनके बारे में एटीएस अभी पता कर रही है कि इनको लिखने का क्या मतलब है.

किताब पढ़ने का मतलब रेकी करना
एक संदेश यूपी एटीएस ने भी ब्रेक किया है जिसमें कहा गया है कि दोस्त आ रहे हैं गोश्त पकाओ. इसका मतलब लखनऊ तौहीद और मूसा आने वाले थे. डायरी में एक कोड ये भी लिखा था कि किताब पढ़ ली है यानी रेकी कर ली है. किताब में 7 पेज हैं यानी 7 जगह वारदात को अंजाम दिया जा सकता है.

किताब छप गई मतलब बम बन गया

डायरी में मिले एक और कोड ने जांच एजेंसियों को सकते में डाल दिया. जिसमें लिखा था कि किताब छप गई है यानी बम बन गया है किताब पहुंचा दी है यानी हमला करने वाला सामान जगह पर रख दिया गया है.

UP Assembly Election 2022: आज से तीन दिन के लखनऊ दौरे पर प्रियंका गांधी, यहां जानिए पूरा शेड्यूल

लाइब्रेरी, कूड़ेदान या रैक शब्दों हथियार रखने की जगह
प्रेशर कुकर बम, हथियार जैसी चीज़ों को रखने के लिए लाइब्रेरी, कूड़ेदान या रैक शब्दों का प्रयोग किया जाता था जिसका डायरी में जिक्र है. बकरीद से पहले ब्लास्ट करने की योजना के लिए कुर्बानी शब्द का कोड वर्ड डायरी में लिखा हुआ है.

लखनऊ में बीजेपी बनाएगी UP चुनाव की रणनीति, जेपी नड्डा करेंगे वर्चुअल शुभारंभ

Video: दुल्हन के नखरे देख भड़क जाता है दूल्हा, सेहरा और माला फेंककर मंडप से भागा

WATCH LIVE TV

 

Trending news