CMS Student Shaurya Kaushik Story: कौन कहता है आसमां में सुराग हो नहीं सकता एक पत्थर तो तबीयत से उछालों यारों..कुछ ऐसा ही कर दिखाया है लखनऊ के सीएमएस स्कूल के शौर्य कौशिक का ब्रेन ट्यूमर भी हौसला नहीं डिगा पाया.
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CISCE ICSE ISC Results 2025 (मयूर शुक्ला): मंजिलें उन्हीं को मिलती हैं, जिनके सपनों में जान होती है. पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है. यह कहावत लखनऊ के शौर्य कौशिक पर एकदम सटीक बैठती है. लखनऊ के सीएमएस स्कूल के शौर्य कौशिक ने वह करके दिखाया है. जो शायद 99% लोग ना कर पाएं. शौर्य ने हाई स्कूल में 98.8% हासिल किए हैं लेकिन यह बड़ी बात नहीं है. उससे बड़ी बात यह है कि शौर्य ब्रेन ट्यूमर जैसी बड़ी बीमारी से जूझ रहे हैं.
सफलता पर क्या बोले शौर्य?
शौर्य ने बताया कि जब वह 12 साल के थे तब उन्हें पता चला कि उनके ब्रेन ट्यूमर है. इसके बाद उनका इलाज मुंबई के टाटा मेमोरियल अस्पताल से चल रहा है. लेकिन उन्होंने अपनी इस बीमारी को अपनी पढ़ाई पर हावी नहीं होने दिया. 15 साल की उम्र में लगातार चार सालों से इस बीमारी से जूझते हुए हाई स्कूल बोर्ड का पेपर दिया और टॉपर की लिस्ट में आए. शौर्य को स्पोर्ट्स में भी दिलचस्पी है लेकिन वह आगे चलकर इंजीनियर बनना चाहते हैं.
देबोजीत की कहानी भी कुछ ऐसी ही
कुछ ऐसी ही कहानी देबोजीत दास की है जो की अर्थराइटिस जैसी बीमारी से जूझ रहे हैं. इन्होंने इंटरमीडिएट में 97.4% अंक हासिल किए हैं. लेकिन बोर्ड परीक्षाओं से कुछ महीने पहले ही इन्हें अपनी बीमारी के बारे में पता चला. डॉक्टर ने इन्हें कंप्लीट बेड रेस्ट बताया और इस बीमारी के चलते वह दो से तीन महीने तक स्कूल भी नहीं आ सके लेकिन फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी और पढ़ाई जारी रखी और आज यह मुकाम हासिल किया है.
CISCE ने जारी किया रिजल्ट
CISCE ने आज 10वीं (ICSE) और 12वीं (ISC) का रिजल्ट जारी कर दिया है. इस साल 99,551 छात्र-छात्राएं आईएससी परीक्षा में शामिल हुए थे. जिनमें से 98578 छात्र-छात्राएं सफल हुए. 12वीं में लड़कियों ने बाजी मारी है. कुल 99.45 फीसदी छात्राएं पास हुई हैं वहीं लड़कों का पासिंग प्रतिशत 98.64 रहा. आईसीएसई 10वीं के रिजल्ट में भी लड़कियां आगे रहीं. इस साल 99.37% लड़कियां पास हुईं, जबकि 98.84% लड़के उत्तीर्ण हुए.