अगस्त में हो सकता है यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र, योगी सरकार ला सकती है अनुपूरक बजट
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अगस्त में हो सकता है यूपी विधानमंडल का मानसून सत्र, योगी सरकार ला सकती है अनुपूरक बजट

सरकारें अनुपूरक बजट अक्सर अपने कार्यकाल के आखिरी वर्ष में ही लेकर आती हैं.  उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भी अब सिर्फ 8 महीने का वक्त बचा है.

उत्तर प्रदेश विधानमंडल भवन. (File Photo)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश सरकार अगस्त में विधानमंडल का सत्र बुला सकती है. इसके पीछे वजह बताई जा रही है कि योगी सरकार चुनाव से पहले अनुपूरक बजट ला सकती है. इसलिए विधानमंडल का मानसून सेशन अगस्त महीने में संभावित है. इस साल 18 फरवरी से 4 मार्च तक विधानमंडल सत्र चला था. 

नियमों के मुताबिक हर छह महीने में अगला सत्र जरूरी होता है. इससे यह अंदाजा लगाया जा रहा है कि योगी सरकार अगस्त में विधानमंडल का मानसून सत्र बुला सकती है. इस सत्र में अंतिम दौर में चल रहे विकास कार्यों को पूरा करने के लिए अनुपूरक बजट आ सकता है.

योगी सरकार उत्तर प्रदेश में चल रही विभिन्न परियोजनाओं को जल्द पूरा करने की तैयारी में है. क्योंकि अब विधानसभा चुनाव में सिर्फ 8 महीने का वक्त बचा है. ऐसे में सरकार जनता के सामने कुछ बड़े काम रखना चाहती है. साथ ही कुछ बड़े प्रोजेक्ट्स को चुनाव से पहले हर हाल में शुरू करना चाहती है. 

जेवर एयरपोर्ट व फिल्म सिटी के लिए फंड की जरूरत
गौतमबुद्धनगर के जेवर में बन रहा नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट और यमुना विकास प्राधिकरण के सेक्टर-21 में बनने वाली फिल्म सिटी के काम में तेजी आएगी. अनुपूरक बजट में इन दोनों प्रोजेक्ट्स के लिए फंड दिए जा सकते हैं. नोएडा फिल्म सिटी 1000 एकड़ में बसाई जा रही है, जिसमें 780 एकड़ जमीन औद्योगिक उपयोग और 220 एकड़ व्यावसायिक उपयोग के लिए होगी.

इसके अलावा निर्माणाधीन विश्वविद्यालय, मेडिकल कॉलेज, सड़कें, पुल आदि का काम भी तेज होगा. कानपुर मेट्रो परियोजना का पहला चरण नवंबर तक पूरा होना है, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का निर्माण सितंबर तक होना है पूरा, बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे भी इस वर्ष के अंत तक पूरा होना है. इनके जो काम बचे हैं उसके लिए अनुपूरक बजट में फंड की व्यवस्था हो सकती है.  

इन विकास कार्यों पर रहेगा योगी सरकार का फोकस
काशी विश्वनाथ मंदिर कॉरिडोर, अयोध्या स्मार्ट सिटी परियोजना, श्री राम एयरपोर्ट, गोरखपुर और रायबरेली एम्स, मेरठ स्पोर्ट यूनिवर्सिटी, लखनऊ के सरोजनीनगर में बनने वाली स्टेट फॉरेंसिक यूनिवर्सिटी पर अनुपूरक बजट में योगी सरकार का फोकस होगा. भारतीय जनता पार्टी की सरकार चुनावी वर्ष में विकास परियोजनाओं को तेजी के साथ पूरा कराने की कोशिश में है.

सरकार को अनुपूरक बजट की जरूरत क्यों पड़ती है?
कोई सरकार सदन में अनुपूरक बजट तब पेश करती है, जब विकास परियोजनाओं के लिए आम बजट पर्याप्त नहीं होता है. इन परियोजनाओं को पूरा करने के लिए सरकार को अधिक राशि की जरूरत होती है. चूंकि आम बजट में आवंटित राशि के अलावा अतिरिक्त धनराशि विधानसभा की मंजूरी के बिना खर्च नहीं की जा सकती है, इसके लिए सरकार को सदम में अनुपूरक या अतिरिक्त बजट पेश करने जरूरत पड़ती है. सरकारें अनुपूरक बजट अक्सर अपने कार्यकाल के आखिरी वर्ष में ही लेकर आती हैं. 

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