दरअसल, देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे का काम तेजी से चल रहा है. देश का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे मेरठ से प्रयागराज तक गंगा किनारे से होकर गुजरेगा.
594 किलोमीटर लंबे 6 लेन इस एक्सप्रेसवे का निर्माण दिन रात चल रहा है. 18 मई को प्रदेश के हरदोई-उन्नाव खंड में इस परियोजना के तहत 24 घंटे में जो निर्माण कार्य हुआ, उसने न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में रिकॉर्ड कायम कर दिया.
गंगा एक्सप्रेसवे के पैकेज-3 (हरदोई–उन्नाव प्रभाग) के अंतर्गत एक दिन में 34.24 लेन किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट का कार्य पूरा किया गया. इस दौरान 20,105 घन मीटर बिटुमिनस मिक्स का इस्तेमाल करते हुए कुल 1,71,210 वर्ग मीटर सड़क बिछाई गई, जोकि अब तक का वैश्विक कीर्तिमान है.
इससे पहले 2023 में गाज़ियाबाद-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे पर 12,455 घन मीटर मिक्स और 27 लेन किलोमीटर का रिकॉर्ड था, जिसे अब उत्तर प्रदेश ने ध्वस्त कर दिया है.
इस ऐतिहासिक उपलब्धि को हासिल करने के लिए 200 टन प्रति घंटे की क्षमता वाले पांच अत्याधुनिक हॉट मिक्स प्लांट का उपयोग किया गया.
इतना ही नहीं सुरक्षा मानकों में भी उत्तर प्रदेश ने मिसाल पेश की है. इसी 24 घंटे की अवधि में हरदोई-उन्नाव खंड में 10 किलोमीटर थ्राई-बीम क्रैश बैरियर लगाए. यह भी अब तक का विश्व रिकॉर्ड है.
पहली बार यह उपलब्धि ‘रिकॉर्ड बुक’ में दर्ज की गई है. इस असाधारण उपलब्धि के साक्षी बने देश और दुनिया की तीन प्रमुख रिकॉर्ड संस्थाएं गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स.
इन संस्थाओं के प्रतिनिधि मौके पर मौजूद थे और उन्होंने पूरे कार्य का निरीक्षण कर इसे रिकॉर्ड के रूप में प्रमाणित किया. इस उपलब्धि पर सूबे के मुखिया ने भी सराहना की.
सीएम योगी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश! सिर्फ 24 घंटे में 10 किमी क्रैश बैरियर और 34.24 लेन किमी बिटुमिनस कंक्रीट निर्माण कर उत्तर प्रदेश ने बनाए दो विश्व रिकॉर्ड!
गोल्डन बुक, एशिया बुक और इंडियन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज! यह उपलब्धि यूपीडा की उत्कृष्ट योजना, तकनीकी दक्षता और प्रतिबद्ध टीम वर्क का परिणाम है.
सीएम योगी ने आगे लिखा, प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में #NewUttarPradesh अब वैश्विक मानकों का अधोसंरचना राज्य बन रहा है.