CM Yogi Interview: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एएनआई से खास बातचीत की. इसमें सीएम ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के साथ मुस्लिमों के हालात, वक्फ, औरंगजेब-बाबर विवाद, यूपी में लॉ एंड ऑर्डर आदि मुद्दों पर खुलकर बात की.
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CM Yogi Adityanath Interview: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्याथ की अगुवाई वाली बीजेपी सरकार के 8 साल पूरे हुए हैं. इस मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने समाचार एजेंसी एएनआई को एक लंबा इंटरव्यू दिया है. मुख्यमंत्री ने सरकार की उपलब्धियों को गिनाने के साथ मुस्लिमों के हालात, वक्फ, औरंगजेब-बाबर विवाद, यूपी में लॉ एंड ऑर्डर आदि मुद्दों पर खुलकर बात की.
सरकार की सबसे बड़ी उपलब्धि क्या हैं? सीएम योगी का जवाब
सीएम योगी - मेरा मानना है लोकतंत्र में किसी भी सरकार के लिए सबसे बड़ी उपलब्धि जनता जनार्दन की संतुष्टि होनी चाहिए. मैं इस बात को कह सकता हूं कि पिछले 8 साल में हमारी सरकार ने पीएम मोदी के मार्गदर्शन में उत्तर प्रदेश के विकास के लिए जो भी रूपरेखा तैयार की थी. उन क्षेत्रों में विकास किया है, जनता का उसमें व्यापक समर्थन मिला है. इसी को सरकार की उपलब्धि मानता हूं. चाहें वह युवाओं से संबंधिति हो, निवेश हो या टूरिज्म का हो.
जनता ने दूसरी बार क्यों आपको CM चुना, क्या हैट्रिक लगाएंगे?
सीएम योगी का जवाब - बीते 8 साल में अपनी पार्टी के नेतृत्व के कारण और पार्टी के सहयोगी दलों के सहयोग के कारण जनता का आशीर्वाद हमें मिला है. आजादी के बाद पहली बार हुआ है कि कोई मुख्यमंत्री लगातार 5 साल तक काम करे और उसे फिर दो तिहाई बहुमत के साथ दोबारा सरकार बना ले. यह उपलब्धि हमारे साथ जुड़ी थी. पिछले 8 साल से हम यहां सेवा कर रहे हैं. सेवा सुरक्षा और सुशासन का जो पार्टी का मॉडल है. उसे यूपी में लागू किया गया है. इसलिए जनता का आशीर्वाद बीजेपी को मिल रहा है. तीसरी बार मुख्यमंत्री बनने को लेकर कहा कि बीजेपी का कोई भी कार्यकर्ता मुख्यमंत्री बन सकता है.
क्या योगी दिल्ली की तरफ देख रहे हैं, सीएम ने दिया क्या जवाब
मुख्यमंत्री से पूछा गया कि आपने दो-तीन बार कहा है कि सत्ता चली भी जाए तो कोई बात नहीं. जब ऐसी बातें होती हैं तो अटकलें लगाई जाती हैं कि शायद योगी दिल्ली की तरफ देख रहे हैं या दिल्ली से न्योता आया है. इस पर योगी ने कहा कि ये उद्धरण उन प्रसंगों को लेकर होते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, 2017 के पहले अयोध्या की क्या स्थिति थी, हर कोई जानता है. वहां बुनियादी सुविधाओं का अभाव था. अयोध्या अपनी पहचान के लिए मोहताज थी. बीजेपी की सरकार बनने के बाद उन चुनौतियों का सामना करना था. एक बड़ा वर्ग था जिसका मानना था कि हमें इस मुद्दे को टच नहीं करना चाहिए क्योंकि विवाद हो सकता है. विरोध होता है तो होने दीजिए. देखेंगे. अयोध्या जाएंगे. आप सत्ता में रहेंगे तो आपके लिए अनुकूल और प्रतिकूल दोनों तरह के वातावरण होंगे. इनके बीच में समन्वय बनाकर आगे बढ़ते हैं तो वही परिणाम दे पाएंगे. अयोध्या के साथ भी यही हुआ.
अखिलेश कहते हैं डबल इंजन क्या है, इंजन एक-दूसरे को नमस्ते तक नहीं करते? सीएम योगी ने दिया जवाब
इंटरव्यू में पूछा गया कि योगी जी आपने डबल इंजन की सरकार का जिक्र किया है, इस पर अखिलेश यादव ने कहा है कि डबल इंजन क्या, अब तो इंजन एक दूसरे को नमस्ते तक नहीं करते. इस पर मुख्यमंत्री योगी ने कहा, यह उनके संस्कार थे. हम विरासत को सम्मान देकर, अपनी वर्तमान लीडरशिप को सम्मान देते हैं और पूर्वजों के प्रति भी सम्मान का भाव रखते हैं. लेकिन जिनके आदर्श औरंगजेब हों, उनका आचरण भी उसी तरह का होगा.इसे लोगों ने अपनी आंखों से देखा भी है. ये लोग (सपा) औरंगजेब को महिमामंडित कर रहे हैं. जिनका जैसा आदर्श होगा, उनका वैसा ही चरित्र होगा. हम भगवान शिव, राम, कृष्ण की पूजा करते हैं तो उनके गुण हममें समाहित होते हैं. जो औरंगजेब और बाबर को आदर्श मानेगा उनमें वैसे गुण जरूर देखने को मिलेंगे.
विपक्ष के इतिहास की जानकरी न को लेकर निशाने का दिया जवाब
इंटरव्यू में पूछा गया कि वो कहते हैं कि आपको इतिहास की जानकारी नहीं है. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा, इतिहास यही लोग जानते हैं जो जिन्ना को महिमामंडित करते हैं. हमे याद है इस यूपी में सरदार पटेल के कार्यक्रम के साथ जुड़ रहे थे. सभी दलों को इसमें आमंत्रित किया गया था. एकता के आदर्श सरदार पटेल के प्रति ये लोग जिन्ना का महिमामंडन कर रहे थे. यह वही ब्रीड है जो जिन्ना से लेकर बाबर का महिमामंडन करते हैं. देश के प्रति इनके भाव क्या होंगे, महापुरुषों के प्रति क्या भाव होंगे. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है. यह लोग अवसरवादी भी हैं, इनको वोट लेने होंगे तो पलटी मारते देर नहीं लगेगी. राणा सांगा के इतिहास को इन्होंने अगर पढ़ा होता.. वो महान योद्धा जिसके शरीर के घाव इस बात को बताते थे कि भारत की धर्म और संस्कृति को बचाने के लिए उस समय किस पराक्रम का परिचय दिया था. महाराणा प्रताप, राणा सांगा, गुरु गोविंद सिंह के बारे में ये लोग बताएंगे. इतिहास के बारे में ये लोग क्या जानते हैं जो औरंगजेब और बाबर की पूजा करते हों."
क्या 'महाराज' के राज में मुस्लिम सुरक्षित हैं? सनातन को लेकर भी सीएम योगी ने दिया जवाब
मुख्यमंत्री से पूछा गया कि क्या आपके राज में मुस्लिम सुरक्षित हैं, आए दिन सनातन की बात होती है. सीएम योगी ने कहा, मैं एक सामान्य देश का नागरिक हूं और नागरिक में एक योगी हूं जो सबके साथ और सबके विश्वास पर भरोसा करता है. इसी भाव के साथ हम काम करते हैं. दुनिया की सबसे प्राचीनतम संस्कृति सनातन धर्म है. सनातनियों ने दुनिया के लोगों को संकट में संरक्षण के लिए हर तरह से फलने फूलने के लिए मौका दिया है. लेकिन बदले में उसे क्या मिला. दुनिया में कोई उदाहरण नहीं कि कहीं भी हिंदू राजाओं ने अपने बल पर किसी पर आधिपत्य स्थापित किया हो. आज भी देखने को मिल सकता है कि 100 हिंदू परिवारों के बीच में एक मुस्लिम सबसे सुरक्षित रहता है. उसके पर्व और त्योहारों को और कर्मों को करने के लिए स्वतंत्रता होती है. 100 मुस्लिम परिवारों के बीच में क्या हिंदू परिवार सुरक्षित रह सकता है क्या, नहीं रह सकता है. बांग्लादेश और पाकिस्तान इसके उदाहरण हैं. ये चीजें दिखाती हैं, होशियारी यही है कि हमें ठोकर लगे इससे पहले हम संभल जाएं. हम तो सबको समान भाव से देख रहे हैं. यूपी में मुस्लिम सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं. 2017 के बाद दंगे बंद हुए हिंदू सुरक्षित है तो मुस्लिम भी सुरक्षित हैं.
बुलडोजर कार्रवाई के सवाल का दिया जवाब
योगी आदित्यनाथ ने कहा, जो लोग न्याय मानते होंगे उनके लिए न्याय होता है. जो कानून को हाथ में लेते हैं उनको कानून के दायरे में रहते हुए सबक भी सिखाया जाता है. जो जैसी भाषा में समझेगा उसे वैसी ही भाषा में समझाना चाहिए. अगर कोई हिंसक बनकर आया है तो उसका प्रतिकार तो करना पड़ेगा.
संभल एक सच्चाई - सीएम योगी
मुख्यमंत्री ने कहा संभल एक सच्चाई है. आपको उपासना विधि की छूट है. आप तो इस्लाम के मुद्दों से भटक चुके हैं. इस्लाम कहता है कि हिंदू धर्म के किसी स्थल को तोड़कर बनाई गई इबादत वाली जगह खुदा को स्वीकार नहीं है. संभल में हम सभी 68 तीर्थों को निकाल रहे हैं. जिन पर कब्जे किये होंगे उनको निकाला जाएगा. अतिक्रमण को हटाया जाएगा. मथुरा मुद्दा उठाने को लेकर कहा कि क्या मथुरा श्रीकृष्णजन्मभूमि नहीं है क्या? हम कोर्ट के आदेश का ही पालन कर रहे हैं, वरना अब तक वहां बहुत कुछ हो गया होता. सनातन धर्म के प्रमुख स्थल हमारी विरासत के प्रतीक हैं.
महाकुंभ में कितने लोगों ने किया स्नान, कैसे हुई आंकड़ों की पुष्टि? सीएम ने बताया
महाकुंभ के दौरान सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. एआई टूल के जरिए हेड काउंटिंग की व्यवस्था की थी. हमने यह व्यवस्था की कि एक चेहरे की 24 घंटे में केवल एक बार ही काउंट किया जाए. हर दूसरे घंटे में रिजल्ट सामने आता था. 24 घंटे में इसका डेटा आता था. इसके लिए एक इंटीग्रेटेड सेंटर बनाया गया था. जहां से इसकी मॉनिटरिंग की जाती थी. कुल 64 करोड़ 30 लाख से ज्यादा लोगों ने महाकुंभ में स्नान किया.
सालार मसूद गाजी के नाम पर लगने वाले मेले होंगे बंद? सीएम ने दिया जवाब
सीएम ने कहा, आक्रांताओं को महिमामंडित नहीं करना चाहिए. हमें ये मालूम होना चाहिए कि ये विदेशी आक्रांता थे. इन्होंने भारत की आस्था पर प्रहार किया. भारत को लूटा. इसका महिमामंडन आस्था का अपमान है, मातृशक्ति का अपमान है. देश का अपमान है. जो स्वीकार नहीं किया जाएगा. यही आक्रांता थे जिन्होंने जबरन धर्म परिवर्तन कराया. गाजी तो यहां (यूपी में) कोई युद्ध जीता नहीं था.यह वही है जिसने गजनवी के साथ सोमनाथ मंदिर को लूटा. हिंदू राजाओं ने इसे जिस काम का हकदार था. वही उसके साथ किया गया. पूजा तो महाराज सुहेलदेव की होनी चाहिए जिन्होंने उसे सबक सिखाया.
संविधान बदलने को लेकर लगने वाले आरोपों के सवाल का दिया जवाब
इंटरव्यू में पूछा गया कि बीजेपी पर संविधान बदलने के आरोप लगते हैं. कांग्रेस के दिग्गज नेता और कर्नाटक डिप्टी सीएम डीके शिवकुमार ने भी इसको लेकर सवाल उठाए हैं. इस पर मुख्यमंत्री ने जवाब देते हुए कहा, कर्नाटक में धर्म के आधार पर आरक्षण दिया जा रहा है. यह बाबा साहब के दिए गए संविधान का अपमान है. आरक्षण की बात हुई तो धार्मिक आरक्षण का बाबा साहब ने पुरजोर विरोध किया था. यह केवल संक्रीर्ण राजनीति है. वोटबैंक के लिए यह लोग बांटने का काम करते हैं.