पूर्वाचल को सीएम योगी का तोहफा, मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय को लेकर आई बड़ी जानकारी, लाखों युवाओं को उच्च शिक्षा में मिलेगी नई रफ्तार
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पूर्वाचल को सीएम योगी का तोहफा, मां विंध्यवासिनी विश्वविद्यालय को लेकर आई बड़ी जानकारी, लाखों युवाओं को उच्च शिक्षा में मिलेगी नई रफ्तार

Lucknow Hindi News: यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को लखनऊ में मां विंध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट और लोगो का भव्य उद्घाटन किया. जिससे  पूर्वाचल के लाखों युवाओं को उच्च शिक्षा की नई दिशा दी है.  

 

maa vindhyavasini state university
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Lucknow Latest News: पूर्वाचल वालों के लिए अच्छी खबर है. आपको बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विंध्यवासिनी राज्य विश्वविद्यालय की वेबसाइट और लोगो का भव्य शुभारंभ किया. इस मोके पर विश्वविद्यालय की प्रथम कुलपति प्रो. शोभा गौड़ सहित विश्वविद्यालय से जुड़े प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. फिलहाल नए शैक्षणिक सत्र की तैयारियां जोरों पर हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन की योजना है कि मिर्जापुर मंडल के तीनों जिलों मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र के कॉलेजों को इससे जोड़कर जल्द ही पढ़ाई शुरू कर दी जाए.

कहां पर बना हुआ है?
यह विश्वविद्यालय मिर्जापुर जिले के मड़िहान तहसील स्थित देवरी ग्राम पंचायत में स्थापित किया जा रहा है. वर्ष 2021 में इसे स्वायत्त राज्य मेडिकल कॉलेज के रूप में शुरू किया गया था, लेकिन अब इसे विश्वविद्यालय के रूप में विकसित किया जा रहा है. 

88 कॉलेज होंगे पहले चरण में शामिल
फिलहाल विश्वविद्यालय का अस्थायी कार्यालय मिर्जापुर के पड़री क्षेत्र स्थित राजकीय महिला कॉलेज में स्थापित किया गया है. पहले चरण में मिर्जापुर जिले के 88 कॉलेजों को इससे जोड़ा जाएगा, जिनमें 4 राजकीय, 3 अशासकीय अनुदानित और 81 वित्तविहीन कॉलेज शामिल हैं.  शुरुआत में केवल स्नातक प्रथम सेमेस्टर के विद्यार्थियों का प्रवेश लिया जाएगा. पहले से पंजीकृत छात्रों का स्थानांतरण भी इसी विश्वविद्यालय में किया जाएगा. 

2024 में रखी गई थी नींव
16 मार्च 2024 को केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की उपस्थिति में विश्वविद्यालय की नींव रखी गई थी. 25 हेक्टेयर भूमि में बनने वाला यह विश्वविद्यालय मिर्जापुर, भदोही और सोनभद्र के लगभग 6 लाख विद्यार्थियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराएगा. शासन ने वित्तीय वर्ष 2023-24 में इसके लिए 15,415.24 लाख रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति दी है. प्रथम चरण में 3,853.81 लाख रुपये की राशि जारी की गई है. 169 कॉलेजों को इससे जोड़ा जाएगा, जिनमें से 148 स्ववित्तपोषित, 10 राजकीय और 3 अर्धशासकीय होंगे. यहां 1,17,158 छात्रों के पंजीकरण की सुविधा होगी. छात्र-छात्राओं के लिए हॉस्टल से लेकर सुरक्षा तक की हर सुविधा सुनिश्चित की जा रही है.

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