मयूर शुक्ला/लखनऊ: वनों का क्षेत्रफल बढ़ाने और जनता के बीच पौधारोपण की भावना जगाने के लिए एक जुलाई से सात जुलाई के बीच हर साल वन महोत्सव मनाया जाता है. इस दौरान जगह-जगह कार्यक्रम आयोजित होते हैं, जहां पर पौधारोपण किया जाता है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन महोत्सव की शुभकामनाएं दी हैं. 


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प्रकृति हमें उससे बचाने का काम कर रही -सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि मैं वन महोत्सव की सभी को बधाई देता हूं. ये महोत्सव सिर्फ एक पेड़ लगाने तक सीमित नहीं बल्कि प्रकृति के प्रति अपनी लगन को बताने का समय है. पूरी दुनिया जहां कोरोना महामारी से जूझ रही है वही प्रकृति हमें उससे बचाने का काम कर रही है. पर्यावरण के साथ खिलवाड़ दुष्परिणाम लाता है. पूरा विश्व उसकी चपेट में आ जाता है.


30 करोड़ वृक्ष लगाने के टारगेट को पूरा करेंगे-सीएम योगी
सीएम ने कहा कि यूपी की सभी संस्थाओं और विभाग और वन विभाग से मिलकर के 30 करोड़ वृक्ष लगाने के टारगेट को पूरा करेंगे. जितने वृक्ष यूपी में मौजूद हैं उनको बचाने का भी काम चल रहा है. मुख्य मार्गो पर वृक्षारोपण का काम चल रहा है.


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वृक्षों पर टैगिंग करके उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया
वृक्षों पर टैगिंग करके उनकी सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया है. पीएम की प्रेरणा से 4 सालों के दौरान हम लोगों ने वृक्षारोपण को आगे बढ़ाया है. 75 से 80 फीसदी जो हमने लगाए वो वृक्ष फले फूले हैं. एक लक्ष्य के तहत जिन लोगों ने कोरोना में अपनो को खोया है उनकी स्मृति में गांव-गांव जाकर वृक्ष लगाने का काम करेंगे. 7 दिनों तक चलने वाले इस वृक्षारोपण कार्यक्रम के साथ आप सभी प्रदेश वासी चलेंगे इसकी कामना करता हूं.


अधिक से अधिक वृक्षारोपण करने के निर्देश
यूपी वन विभाग 1 जुलाई यानी आज से वन महोत्सव शुरू हो रहा है. 1 से 7 जुलाई तक वन महोत्सव में 30 करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने वन महोत्सव को शुभकामनाएं दी हैं.


 



 


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पिछले 4 सालों से लगातार वृक्षारोपण
पिछले 4 सालों से योगी सरकार लगातार वृक्षारोपण कर रही है, प्रत्येक जिले में बेल, आंवला, हर्र, बहेड़ा, अंजीर, जामुन, शहतूत, अमरुद, इमली, अर्जुन, गुलमोहर, बालम खीरा समेत औषधीय पौधे लगाने के निर्देश दिए. 


दरअसल, इन पौधों का फूल, फली और टहनियों का औषधि रूप में उपयोग किया जाता है. इनमें कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामिन सी व ए और बी कांप्लेक्स की भरपूर मात्रा होती है.


पिछली बार बना ये रिकॉर्ड
बता दें पिछली बार 25 करोड़ का पौधारोपण करने का रिकार्ड बनाया गया था. इसमे हस्तिनापुर का नाम सामने आया था. जिसमें 1 घंटे में 360 पौधें का रोपण किया गया था. 


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