मायावती बोलीं- चुनाव जीतने के बाद मुख्तार अंसारी से हट जाएगा माफिया का ठप्पा
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मायावती बोलीं- चुनाव जीतने के बाद मुख्तार अंसारी से हट जाएगा माफिया का ठप्पा

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने मंगलवार को कहा कि जनता माफिया और बाहुबली को पसंद नहीं करती है और जब माफिया समझे जाने वाले मऊ सीट से बसपा प्रत्याशी मुख्तार अंसारी चुनाव जीत जाएंगे तो उन पर मुहर लग जाएगी कि वह ना तो माफिया हैं और ना ही बाहुबली।

मायावती बोलीं- चुनाव जीतने के बाद मुख्तार अंसारी से हट जाएगा माफिया का ठप्पा

मऊ : बहुजन समाज पार्टी (बसपा) मुखिया मायावती ने मंगलवार को कहा कि जनता माफिया और बाहुबली को पसंद नहीं करती है और जब माफिया समझे जाने वाले मऊ सीट से बसपा प्रत्याशी मुख्तार अंसारी चुनाव जीत जाएंगे तो उन पर मुहर लग जाएगी कि वह ना तो माफिया हैं और ना ही बाहुबली।

मायावती ने यहां आयोजित चुनावी सभा में विश्वास जताया कि मउ की जनता मुख्तार को जेल में रहते हुए भी चुनाव जिताएगी। जनता प्रधानमंत्री को बताएगी कि किसकी जीत हुई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने कल मउ की अपनी रैली में मुख्तार अंसारी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन वह जिस तरह माफिया, बाहुबली कह रहे थे, उससे पता लग रहा था कि उनका इशारा किस तरफ था। क्या जनता माफिया और बाहुबली को पसंद करती है। मैं समझती हूं कि बिल्कुल भी पसंद नहीं करती। जब वह (मुख्तार) चुनाव जीत जाएगा तो उस पर मुहर लग जाएगी कि वह ना तो माफिया है और ना ही बाहुबली है। प्रधानमंत्री ने कल मउ में अपनी रैली में मुख्तार का नाम लिये बगैर बसपा द्वारा उन्हें प्रत्याशी बनाये जाने पर सवाल खड़े किये थे।

मुख्तार हत्या समेत कई जघन्य अपराधों के आरोप में जेल में बंद हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिये पैरोल देने से कल मना कर दिया था। मायावती ने कहा कि उन्हें मुख्तार और उनके भाई अफजाल अंसारी पर पूरा भरोसा है कि वे सपा को पूवार्ंचल में बेहाल कर देंगे। उन्होंने सपा और भाजपा पर बाहुबलियों को लेकर दोहरा रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए कहा कि सपा अध्यक्ष मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और भाजपा के लोग मुख्तार को तो माफिया बताते हैं लेकिन भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह से ‘कुंडा का गुंडा’ का खिताब पाये रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया को लेकर उनका रख हमेशा नरम रहता है।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जिस राजा भैया को उन्होंने जेल भेजा था, वह आज भाजपा और सपा की आंख का तारा बना हुआ है। सपा और भाजपा बदनामी के डर से राजा भैया को अपनी पार्टी से टिकट तो नहीं देतीं, लेकिन पर्दे के पीछे से ये दोनों पार्टियां उसके विरद्ध कमजोर प्रत्याशी खड़ा करती हैं। यही वजह है कि राजा भैया आसानी से चुनाव जीत जाते हैं और ये दोनों पार्टियां सरकार बनने पर मंत्री बना दे देती हैं। उन्होंने मीडिया से कहा कि वह उनकी इस बात को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तक तक जरूर पहुंचा दे। मोदी को मुख्तार अंसारी परिवार के बारे में कुछ भी बोलना शोभा नहीं देता है।

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