पिछले दिनों रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह के भाजपा खेमे के करीब जाने के बाद कांग्रेस अपने हो गढ़ में पूरी तरह से खत्म होती नजर आ रही थी.
Trending Photos
लखनऊ: यूपी में कांग्रेस को मजबूत करने में जुटी प्रियंका गांधी वाड्रा अब कांग्रेस के गढ़ को फिर से दुरुस्त करने में जुट गई हैं. इसी कड़ी में माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी की मौजूदगी में 23 अक्टूबर को रायबरेली के दिवगंत नेता अखिलेश सिंह के भतीजे मनीष सिंह कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं. मनीष सिंह को कांग्रेस में शामिल करने की सारी औपचारिकता पूरी हो गई है. केवल इसकी घोषणा होनी बाकी है. पिछले दिनों रायबरेली सदर से विधायक अदिति सिंह के भाजपा खेमे के करीब जाने के बाद कांग्रेस अपने हो गढ़ में पूरी तरह से खत्म होती नजर आ रही थी. इसी के चलते कांग्रेस विधायक अदिति सिंह के चचेरे भाई मनीष सिंह को पार्टी जॉइन कराकर रायबरेली में बड़ी जिम्मेदारी देने की तैयारी हो चुकी है.
मनीष सिंह 2017 में बसपा के टिकट पर हरचंदपुर से चुनाव लड़े थे, लेकिन कांग्रेस के विधायक राकेश सिंह से चुनाव हार गए थे. मौजूदा स्थिति में राकेश सिंह भी कांग्रेस से बगावत कर चुके है और इसकी वजह है उनके भाई दिनेश प्रताप सिंह. जो कभी रायबरेली में कांग्रेस के लिए आंख के तारे हुआ करते थे, लेकिन 2019 में भाजपा ने दिनेश प्रताप को न केवल पार्टी में शामिल किया. बल्कि, उन्हें सोनिया गांधी के खिलाफ लोकसभा का उम्मीदवार भी बना दिया. इसके बाद राकेश सिंह ने भी कांग्रेस से दूरी बना ली.
राकेश सिंह की भी भाजपा खेमे के करीब होने की वजह से मनीष सिंह की जॉइनिंग को कांग्रेस के मास्टर प्लान के तहत देखा जा रहा है. बता दें कि मनीष सिंह के पिता अशोक सिंह रायबरेली से दो बार सांसद भी रह चुके हैं. ऐसे में वो रायबरेली के लिए पुराने चेहरे हैं और इसका फायदा कांग्रेस को हो सकता है.