उत्तरी बाइपास के शुरू हो जाने से लोगों को राहत मिलेगी. शहर में हाईवे पर लगेने वाला जाम का झाम भी खत्म हो जाएगा और लोगों का सफर में लगने वाला समय भी बचेगा.
अमर उजाला की रिपोर्ट की मानें तो वाहनों को इस बाइपास पर फर्राटा भरने में अब ज्यादा समय नहीं रह गया है. आने वाली 31 मई से इस पर वाहन रफ्तार भरते हुए दिखाई देंगे.
बता दें कि मथुरा जिले के रैपुरा जाट से खंदौली के बीच में बाइपास का निर्माण किया जा रहा है. इसकी दूरी 14 किलोमीटर है. यह मथुरा, महावन, हाथरस और सादाबाद तहसील से होकर गुजरेगा.
नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एनएचएआई) ने इसे आगरा-दिल्ली हाईवे के चैनल नंबर 174 से यमुना एक्सप्रेसवे के चैनल नंबर 141 से कनेक्ट कर दिया है.
बता दें कि अभी रैपुरा जाट से सिकंदरा, भगवान टॉकीज और रामबाग से होते हुए खंदौली तक जाते हैं. जो करीब 45 किलोमीटर लंबा पड़ता है. सफर में लोगों को एक घंटे से ज्यादा का वक्त लग जाता है. यही नहीं जाम से भी लोगों को जूझना पड़ता है.
लेकिन अब उत्तरी बाइपास बन जाने से लोगों को सफर और आसान हो जाएगा. अब मथुरा-फरह से खंदौली-सादाबाद जाने के लिए आगरा जाना नहीं होगा. मथुरा के रैपुरा जाट से खंदौली का सफर केवल 20 मिनट में ही पूरा हो जाएगा.
इस बाइपास से सफर करने वालों को तो फायदा होगा ही साथ ही आसपास के लोगों को भी इसका लाभ मिलेगा. उत्तरी बाइपास पर चार अंडरपास का निर्माण किया गया है.
उत्तरी बाईपास पर बलदेव के गांव कजौली घाट, लाल गढ़ी, बलदेव-सिकंदरा रोड और फरह के भधाया गांव में बनाए गए हैं. इसके अलावा यमुना नदी पर एक पुल का निर्माण भी किया गया है. इससे गांव वालों को आने जाने में सुविधा मिलेगी.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.