बहुजन समाज पार्टी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह मायावती की सरकार के दौरान पुलिस और प्रशासन को हर स्तर पर चुस्त दुरुस्त रहकर कानून व्यवस्था सुधारने की पूरी आजादी थी, उसी तरह दिल्ली में भी केंद्र सरकार को पुलिस को पूरी आजादी से ड्यूटी करने का मौका देना चाहिए.
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लखनऊ: दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले में हुई हिंसा पर बहुजन समाज पार्टी की सुप्रीमो मायावती ने अति दुःखद और निन्दनीय बताते हुए केन्द्र तथा दिल्ली सरकार से घटना की गंभीरता के साथ उच्च स्तरीय जांच कराने, लापरवाही बरतने वाले सुरक्षा अधिकारियो और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है.
बहुजन समाज पार्टी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा है कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह मायावती की सरकार के दौरान पुलिस और प्रशासन को हर स्तर पर चुस्त दुरुस्त रहकर कानून व्यवस्था सुधारने की पूरी आजादी थी, उसी तरह दिल्ली में भी केंद्र सरकार को पुलिस को पूरी आजादी से ड्यूटी करने का मौका देना चाहिए.
दिल्ली के कुछ क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों की हिंसा, उपद्रव व आगजनी की घटनाओं में भारी जान-माल की क्षति अति-दुःखद व अति-निन्दनीय। केन्द्र व दिल्ली सरकार इसे पूरी गंभीरता से लेकर इसकी उच्च स्तरीय जाँच कराए व सभी लापरवाही व दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे, यह बीएसपी की माँग है।
— Mayawati (@Mayawati) February 26, 2020
बीएसपी ने अपने बयान में कहा कि देश की राजधानी दिल्ली के कुछ इलाकों में सन 1984 में हुए भीषण सिख दंगों की तरह हुए दंगों ने राजधानी सहित पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इसमें जान माल का जबरदस्त नुकसान और हानि हुआ है, जो अति दुखद अति निंदनीय हैं. लेकिन इससे भी ज्यादा और अति गंभीर चिंता की बात है कि दिल्ली में हुए दंगों की आड़ में घिनौनी राजनीति की जा रही है.
बीएसपी ने अपने बयान में कहा है कि दंगे की आड़ में हो रही गंदी राजनीति को पूरा देश देख रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियों को इससे जरूर बचना चाहिए और दंगों की आड़ में राजनीति तुरंत बंद होनी चाहिए. बीएसपी ने आम आदमी पार्टी के नेताओं और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को दंगों के दौरान राजनीति करने की बजाय वातावरण को सामान्य करने में भूमिका निभाने की नसीहत दी है.
बसपा ने दिल्ली दंगों की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उच्च स्तरीय जांच की मांग की है. बसपा ने दंगों में हुए जान-माल के नुकसान कि केंद्र और दिल्ली सरकार से मिलकर पूरी भरपाई करने की मांग की है. बसपा ने कहा है कि इस मामले में पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति को जल्दी ही चिट्ठी भी लिखी जाएगी.