यह रिंग रोड हापुड़ हाईवे से जुर्रानपुर फाटक, दिल्ली रोड, वेदव्यासपुरी होते हुए दून बाईपास तक बनाया जाएगा. इसको लेकर मेडा ने तैयारियां शुरू कर दी हैं.
इस रिंग रोड के निर्माण को लेकर 5 गांवों की जमीन को खरीदा जाएगा. करीब 15 हेक्टेयर जमीन खरीदने की तैयारी की जा रही है. जिसमें जुर्रानपुर, गूमी, बुढ़ेडा जाहिदपुर, पूठा और रिठानी शामिल हैं.
जमीन की कीमत तय करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन हुआ है. जिसमें तय हुआ है कि जुर्रानपुर और गूमी गांव को ग्रामीण क्षेत्र में रखे जाएंगे.
यहां सर्किल रेट की चार गुना कीमत दी जाएगी जबकि बुढ़ेडा जाहिदपुर, पूठा और रिठानी गांव को नगरीय क्षेत्र में रखा जाएगा, इसलिए यहां पर दो गुणा कीमत दी जाएगी.
हापुड़ रोड से जुर्रानपुर फाटक, दिल्ली रोड, वेदव्यासपुरी होते हुए दून बाईपास तक प्रस्तावित इस रिंग रोड को बनाने के लिए एक साल में निर्माण का लक्ष्य रखा गया है.
इस रिंग रोड के निर्माण होने के बाद बिजली बंबा बाईपास से जाम घटेगा. दिल्ली रोड व हापुड़ रोड के वाहन एक-दूसरे पर जाने के लिए इसका उपयोग किया करेंगे.
बता दें कि मेरठ-बुलंदशहर-हापुड़ हाईवे, गढ़मुक्तेश्वर हाईवे, किला रोड, मवाना रोड यानी नजीबाबाद हाईवे और दिल्ली-दून हाईवे को जोड़ने के लिए एनएचएआइ निर्माण करा रहा है.
इसके अलावा रुड़की रोड पर जटौली फाटक से मवाना रोड, किला रोड होते हुए गढ़ रोड तक भी रिंग रोड बनाई जाएगी. इसको लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.