दरअसल, गड़ई नदी पर पुल का निर्माण हुआ था. अब यह पुल जर्जर हो चुका है. गांव वाले लंबे समय से जर्जर पुल की जगह नए ब्रिज की मांग कर रहे थे. जलशक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के प्रयास से ओड़ी गांव में नए पुल को मंजूरी मिल गई.
ओड़ी गांव में गड़ई नदी पर करीब 2.10 करोड़ की लागत से नए पुल का निर्माण किया जाएगा. ब्रिज बनाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग को दी गई है. पुल निर्माण के लिए टेंडर प्रक्रिया पूरी हो गई है.
अब जर्जर पुराने पुल के स्थान पर नए पुल का निर्माण कराया जाएगा. पहले जर्जर पुल को गिराया जाएगा, फिर नया पुल बनाया जाएगा. हालांकि, दक्षिण तरफ गड़ई नदी पर वैकल्पिक मार्ग बना दिया गया है.
नए पुल के निर्माण होने से दर्जनभर गांवों को सीधा फायदा होगा. साथ ही हजारों ऐसे लोगों को फायदा होगा जो रोजाना जर्जर पुल से नदी से इस पार से उस पार जाते हैं.
नए पुल का निर्माण कराए जाने के लिए जर्जर पुल को ध्वस्त करने का कार्य एक दो दिनों में शुरू करा दिया जाएगा.
लोगों का कहना है कि जर्जर एवं पुराने पुल के स्थान पर नए पुल का निर्माण कराया जाना सराहनीय पहल है. आने जाने में लोगों को सुविधा होगी.
साथ ही लोगों ने कहा कि पुराने पुल के ऊपर बारिश के दिनों में जल प्रवाह होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. नए पुल के निर्माण से राहत मिलेगी.
बता दें कि चकिया अहरौरा मार्ग के अमरा दक्षिणी गांव के पास गड़ई नदी पर करीब 54 मीटर लंबे नए पुल का निर्माण फरवरी 2015 में मंजूरी मिली थी, पुल निर्माण की आधारशिला भी रखी गई थी.
पुल का निर्माण 2016 तक पूरा किया जाना था. लेकिन पुल का निर्माण अभी तक नहीं हो सका है. लोक निर्माण विभाग के प्रयास के बाद एक बार फिर से पुल निर्माण का काम शुरू हुआ लेकिन ठप हो गया.
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