Sambhal News: मनचाही पोस्टिंग का लालच और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नाम से कई अधिकारियों और पुलिसकर्मियों को धमकाने वाले गैंग को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इन पर मुख्यमंत्री की फर्जी मोहर से सीनियर अफसरों को पत्र लिखने का भी आरोप है.
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सुनील सिंह/संभल: 'हेलो मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर मठ से बोल रहा हूं...' लोगों के साथ आपने फ्रॉड और जालसाजी के खूब मामले देखे सुने और पढ़े होंगे लेकिन संभल जिले से आया मामला अपने आप में अलग है. यहां जालसाजों ने सीएम योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर मठ के नाम से फर्जी कॉल करके पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को ही ठगने का जाल बुन डाला. जब इसकी पोल खुली तो पुलिस भी हैरान रह गई.
विस्तार से जानिए पूरा मामला?
पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारियों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और गोरखपुर मठ के नाम से फोन कर धमकाते थे. आरोपियों ने गोरखपुर मठ के नाम से संभल कोतवाली के पूर्व कोतवाल अनुज तोमर को फोन कॉल कर मनचाही पोस्टिंग का झांसा देकर 20 हजार रुपये की मांग की थी. यही नहीं गैंग फर्जी जनता दर्शन का आयोजन करने, सीएम की फर्जी मोहर और सिग्नेचर से उच्चाधिकारियों को प्रार्थना पत्र प्रेषित करने का झांसा लोगों को दिया जा रहा था.
क्या बोले एसपी?
एसपी के मुताबिक संभल में ही ऐसा मामल सामने आया. कपिल सिंघल नाम के व्यक्ति पर विपुल गुप्ता नाम के शख्स की करोड़ों रुपये की जमीन हड़पने की साजिश के तहत इस गैंग से संपर्क किया था. इनके माध्यम से विपुल गुप्ता और उसकी पत्नी को कई बार कॉल कर धमकियां दी गईं. 18 फरवरी को इसकी सूचना पुलिस को दी गई. पुलिस ने कई बार दबिश देकर आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास किए लेकिन आरोपी चकमा देकर फरार थे.
पुलिस ने धरे तीन आरोपी
एसपी कृष्ण विश्नोई ने बताया कि पुलिस ने इन तीनों आरोपियों की गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है. जिसमें एक रामपुर और दो बाराबंकी के रहने वाले हैं. एसपी ने बताया कि बाराबंकी के रहने वाले आरोपी नागेंद्र और सुधीर गैंग के सरगना हैं. पिछले एक महीने में इस गैंग ने प्रदेश भर के रेवन्यू ऑफिसर्स को 33 कॉल किए और 36 पुलिसकर्मियों को 135 बार सीयूजी नंबर पर कॉल की गई. आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.