लखनऊ: मुलायम सिंह यादव की तबियत खराब, PGI में हुए भर्ती
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लखनऊ: मुलायम सिंह यादव की तबियत खराब, PGI में हुए भर्ती

करीब 3 घंटे की जांच के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया. मुलायम सिंह यादव ने जांच के बाद कहा कि जांच कराने में क्या परेशानी है. आपको भी जांच करानी चाहिए. कुछ न कुछ कमी जरूर निकलेगी.

सपा नेता मुलायम सिंह यादव मैनपुरी से चुनाव लड़ रहे हैं.(फाइल फोटो)

लखनऊ: सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की शुक्रवार को तबियत ख़राब हो गई. उनको डॉक्टरों ने पीजीआई में एडमिट किया है. इस संबंध में जांच करने वाले डॉक्‍टरों ने कहा है कि वह दो घंटे में डिस्चार्ज हो जाएंगे कोई बहुत प्रॉब्लम नहीं है. नार्मल चेक अप करने थे इसलिए एडमिट किया गया है. सूत्रों के मुताबिक रूटीन चेक अप के दौरान गैस्ट्रो और न्यूरो की दिक्कत होने के बाद एडमिट किया गया.

उसके करीब 3 घंटे की जांच के बाद उन्हें डिस्चार्ज किया गया. मुलायम सिंह यादव ने जांच के बाद कहा कि जांच कराने में क्या परेशानी है. आपको भी जांच करानी चाहिए. कुछ न कुछ कमी जरूर निकलेगी.

इससे पहले मुलायम सिंह यादव 19 अप्रैल को मैनपुरी में सपा और बसपा की संयुक्‍त रैली (lok sabha elections 2019) में मायावती के साथ मंच पर दिखे थे. उस रैली में मायावती और मुलायम सिंह यादव जब एक मंच पर आए तो मुलायम सिंह ने बसपा सुप्रीम मायावती की जमकर तारीफ की. मुलायम सिंह यादव ने कहा- 'आज मायावती आईं हैं, उनका हम स्वागत करते हैं, आदर करते हैं. मायावती का बहुत सम्मान करना हमेशा, क्योंकि समय जब भी आया है तो उन्होंने हमारा साथ दिया है. हमें खुशी है कि हमारे समर्थन के लिए वो आई हैं.'

मैनपुरी में समाजवादी पार्टी के समर्थकों की भीड़ को देखकर मुलायम सिंह यादव का मन गदगद हो गया. लोगों को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा, ज्यादा लंबा भाषण नहीं दूंगा, ये आखिरी चुनाव है. भारी बहुमत से जिताइएगा. हम मायावती जी का स्वागत करते हैं. इस दौरान समर्थकों ने मुलायम सिंह यादव के पक्ष में जमकर नारेबाजी भी की.

देश को नया प्रधानमंत्री देगा सपा-बसपा-रालोद गठबंधन: अखिलेश
लोकसभा चुनाव के बीच सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार को कन्‍नौज में विश्वास जताया कि सपा-बसपा-रालोद गठबंधन देश को नया प्रधानमंत्री देगा. बसपा सुप्रीमो मायावती और रालोद अध्यक्ष अजित सिंह के साथ यहां चुनावी जनसभा में अखिलेश ने कहा, 'गठबंधन देश को नया प्रधानमंत्री देगा.' प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आलोचना करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा अपने प्रदर्शन के बारे में बात भी नहीं कर पाएगी. उन्होंने कहा, ‘‘वे सपा-बसपा-रालोद गठबंधन का सामना कैसे कर सकते हैं.' उन्होंने कहा कि गठबंधन का लक्ष्य सामाजिक न्याय सुनिश्चित करना और आंबेडकर, लोहिया, कांशीराम तथा नेता जी (मुलायम सिंह यादव) की विचारधारा को आगे ले जाना है.

सोमवार को अखिलेश ने कहा था कि क्षेत्रीय दल कांग्रेस और भाजपा के मुकाबले अधिक सीटें हासिल करेंगे. अखिलेश ने बुधवार को हरदोई की एक चुनावी जनसभा में कहा 'वो (भाजपा) कहते हैं कि गठबंधन देश को मजबूत प्रधानमंत्री नहीं दे सकता. हम भरोसा दिलाना चाहते हैं कि जब-जब जरूरत पड़ी है, देश को गठबंधन ने मजबूत और शानदार प्रधानमंत्री दिए हैं.'

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