प्रेम मूर्ति पांडेय मुंबई एयरपोर्ट पर नौकरी करता है और प्रयागराज का रहने वाला है. वह 17 अप्रैल को मुंबई से निकला और नासिक से प्याज के 3 लाख रुपए की प्याज खरीद ली. इसके बाद प्रेम मूर्ति ने भाड़े पर एक ट्रक बुक किया और प्याज लेकर 20 अप्रैल को प्रयागराज के लिए निकल पड़ा.
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मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: प्रधान मंत्री द्वारा घोषित लॉकडाउन से जहां कोरोना संक्रमण को फैलने में रोक लगाने की कोशिश की गई है. वहीं कुछ लोग ऐसे हैं जो दूसरे शहर में फंसे रह गए और उनके पास अपने शहर लौटने का कोई रास्ता नहीं बचा. ऐसे में प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के कोटवा मुबारकपुर के रहने वाला प्रेम मूर्ति पांडेय जो मुम्बई में फंसा हुआ था उसने वापस लौटने का एक अनोखा रास्ता निकाला और अपने शहर पहुंचते ही पकड़ा गया. एसपी सिटी ब्रिजेश श्रीवास्तव ने बताया कि प्रेम मूर्ति ने प्याज का व्यापारी बनकर अपने घर लौटने की कोशिश की है. फिलहाल मामले की जांच की जा रही है जिसके बाद इसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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दरअसल प्रेम मूर्ति पांडेय मुंबई एयरपोर्ट पर नौकरी करता है और अंधेरी ईस्ट के आजाद नगर में रहता है.लॉकडाउन के 21 दिन गुजारने के बाद जब दोबारा लॉकडाउन खुलने की तारीख बढ़ाई गई तो उसने अपने घर निकलने का रास्ता खोज निकाला.
बताया जा रहा है कि प्रेम मूर्ति पांडेय 17 अप्रैल को मुंबई से निकला और नासिक से प्याज के बाजार की जानकारी हासिल कर करीब 3 लाख रुपए की अच्छी क्वालिटी की प्याज खरीद ली. इसके बाद प्रेम मूर्ति ने भाड़े पर एक ट्रक बुक किया और प्याज लेकर 20 अप्रैल को प्रयागराज के लिए निकल पड़ा.
मिली जानकारी के मुताबिक वह 23 अप्रैल को प्रयागराज पहुंचा और प्याज से भरा ट्रक लेकर सीधे मुंडेरा मंडी चला गया. जहां उसने प्याज का सौदा किया लेकिन जहां आढ़तियों ने नकद भुगतान करने से मना कर दिया. वह इसके बाद प्याज लदा ट्रक लेकर अपने गांव कोटवा पहुंचा और अपने घर पर पूरा माल उतरवा दिया.
बताया जा रहा है कि इस बात की सूचना गांव वालों ने पुलिस को दी. सूचना पर धूमनगंज थाना पुलिस और मेडिकल टीम भी पहुंची वहां पहुंची. पहले उसकी कोरोना जांच की गई और फिर उसे एक गेस्ट हाउस में क्वारंटीन कर दिया गया.
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