Beautiful Lake in UP: अगर आप गर्मी की छुट्टियों में कहीं घूमने जाना चाहते हैं, तो आप राजस्थान, उत्तराखंड ना जाकर उत्तर प्रदेश में भी झीलों की खूबसूरती को निहार सकते हैं. प्रदेश में कई ऐतिहासिक धरोहर और सांस्कृतिक स्थल हैं. इसके साथ ही प्राकृतिक नजारे भी निहार पाएंगे.
यूपी की झीलों के बारे में कम ही लोग जानते होंगे. यहां की झीलें भी बेहद खूबसूरत और मनमोहक हैं. अगर नहीं जानते हैं तो, तो इस लेख के जरिए हम इस बारे में जानेंगे. सवाल है कि यूपी के किस जिले को झीलों का शहर कहा जाता है?
उन्नाव को हम झीलों के शहर के रूप में जानते हैं. नवाबगंज झील पक्षी विहार के लिए जानी जाती है, जिसे अब शहीद चंद्रशेखर आजाद पक्षी अभयारण्य के नाम से जाना जाता है. इसके अलावा यहां कुंद्रा समुद्र भी है. जिले में कई छोटे-बड़े तालाब और जलाशय मौजूद हैं.
यह अभयारण्य प्रवासी पक्षियों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, जो मुख्य रूप से सीआईएस (पूर्व में यूएसएसआर) देशों से आते हैं. अभयारण्य में एक हिरण पार्क, वॉचटावर और नाव भी हैं. झील नवाबगंज पक्षी विहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
यह उत्तरी भारत की कई आर्द्रभूमि में से एक है. नवाबगंज पक्षी अभयारण्य को 1984 में एक स्थानीय झील के स्थल पर स्थापित किया गया था. नवाबगंज की स्थापना 1842 में अवध राज्य के प्रधान मंत्री अमीन-उद-दौला ने की थी, जिन्होंने यहां एक सराय और मस्जिद भी है.
अन्य झील-अगर आप शांति, प्राकृतिक नजारों और जल क्रीड़ाओं का आनंद लेना चाहते हैं, तो इन झीलों की यात्रा जरूर करें. गोरखपुर स्थित रामगढ़ ताल प्रमुख पर्यटन स्थल है, जिसे 'पूर्वांचल का नगीना' भी कहा जाता है.
यहां नौका विहार, झील किनारे का सुंदर पार्क और जल क्रीड़ा गतिविधियां करते देख सकते हैं. ये शानदार झील गोरखपुर रेलवे स्टेशन से लगभग 4-5 किमी की दूरी पर स्थित है.
लखनऊ में गोमती नदी के किनारे स्थित गोमती झील शहर के लोगों के लिए एक प्रमुख पर्यटन स्थल है. यहां लोग सुबह मॉर्निंग वॉक के लिए आते हैं. ये एक लोकप्रिय पिकनिक स्पॉट, सुंदर लाइटिंग से सजी झील है. यहां पहुंचने के लिए लखनऊ रेलवे स्टेशन से आपको कैब, ऑटो आदि आसानी से मिल जाएगा. स्टेशन से यह स्थान करीब 8 किमी दूर है.
सोनभद्र में मौजूद इस झील को मिनी गोवा भी कहते हैं, क्योंकि यहां की प्राकृतिक सुंदरता अद्भुत है. झरनों, हरी-भरी पहाडियां और शुद्ध प्राकृतिक वातावरण के कारण यह स्थानीय पर्यटकों के बीच लोकप्रिय है. वाराणसी से करीब 120 किमी दूर सोनभद्र जिले में छीतर झील है, जहां बस, टैक्सी से जा सकते हैं.
बेला ताल झील बुंदेलखंड क्षेत्र की सबसे बड़ी और खूबसूरत झीलों में से एक कही जाती है. हरे-भरे जंगल से घिरा ये स्थान पक्षी प्रेमियों के लिए बेहतरीन जगह और शांत वातावरण वाला है. झांसी से ललितपुर पहुंचकर, वहां से स्थानीय परिवहन द्वारा झील तक पहुंच सकते हैं.