गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे पर वाहनों के फर्राटा भरने में अब ज्यादा समय बाकी नहीं है. बाकी बचे काम को 15 मई तक पूरा कर लेने का दावा किया जा रहा है.
मई के आखिरी तक गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का आगाज हो सकता है. पुल और सड़क के बाकी बचे निर्माण कार्य को इससे पहले पूरा करने पर तेजी से काम चल रहा है.
घाघरा नदी के कम्हरिया घाट पर हो रहे पुल के निर्माण कार्य का बीते दिन जिलाधारिकारी समेत कई जिम्मेदार अफसर निरीक्षण कर चुके हैं. कमिश्नर ने कार्यदायी संस्था को 15-20 दिन में निर्माण कार्य पूरा करने के निर्देश दिए हैं.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे के भव्य लोकार्पण की तैयारी है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी इसका उद्घाटन कर सकते हैं.
इस लिंक एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद गोरखपुर से लखनऊ के बीच की दूरी को तय करने में लगने वाला समय घटकर आधा रह जाएगा. मात्र 3.30 से चार घंटे में लखनऊ से गोरखपुर पहुंच जाएंगे.
गोरखपुर लिंक एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 92 किलोमीटर है. यह लिंक एक्सप्रेसवे लखनऊ और गोरखपुर की कनेक्टिविटी के लिहास से बेहद खास है. हालांकि यह लिंक एक्सप्रेसवे दोनों शहरों के बीच की दूरी करीब 30 किलोमीटर बढ़ा देगा.
यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर बाईपास NH-27 पर जैतपुर के पास से शुरू होगा. यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर आजमगढ़ के सलारपुर में जुड़ा है.
इस लिंक एक्सप्रेसवे से गोरखपुर, अम्बेडकरनगर, संतकबीरनगर, आजमगढ़ जिले सीधे कनेक्ट होंगे. अभी गोरखपुर से बस्ती, अयोध्या के रास्ते फोरलेन के रास्ते में ट्रैफिक की वजह से समय लग जाता है. जिससे लोगों को राहत मिलेगी.
91.352 किमी लंबे गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लागत 7283 करोड़ है. इस एक्सप्रेसवे पर कुछ स्थानों पर ही डायवर्जन का सामना करना पड़ेगा.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.