उत्तर प्रदेश को पहला डिजिटल हाईवे मिलने वाला है. बाराबंकी से बहराइच के बीच में इस फोरलेन हाईवे का निर्माण किया जाएगा. जिसकी कुल लंबाई 101 किलोमीटर होगी.
यूपी के इस डिजिटल हाईवे की सबसे खास बात यह होगी कि इसमें ऑप्टिकल फाइबर केवल बिछाई जाएगी. इसका फायदा यह होगा कि यहां 24 घंटे नेटवर्क की सुविधा होगी.
यात्रियों को बेहतर कनेक्टिविटी के साथ सुरक्ष को लेकर भी खास सुविधाएं मिलेंगी. सुरक्षा के लिए कैमरे लगाए जाएंगे. साथ ही रात में रोशनी की भी हाईवे पर खास इंतजाम होगा.
इस डिजिटल हाईवे के बन जाने के बाद बाराबंकी, बहराइच, गोंडा और बलरामपुर के लोगों को सबसे ज्यादा फायदा होगा. इसके अलावा नेपाल जाने के लिए भी सीधी कनेक्टिविटी मिलेगी.
इस फोरलेन हाईवे का निर्माण अगले वित्तीय वर्ष में शुरू होगा.भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (NHAI) ने पहले चरण में इसके टेंडर की तारीख को 31 मार्च तक आगे बढ़ा दिया गया है.
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग (NHAI) ने इसी वित्तीय वर्ष में इस फोरलेन डिजिटल हाईवे को मंजूरी दी है. जिससे बाराबंकी से बहराइच का सफर आसान होने वाला है.
हाइवे का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा. पहले चरण में बाराबंकी से जरवल तक 51 किलोमीटर हाईवे का निर्माण किया जाएगा. इसी साल एनएचएआई ने इस परियोजना को हरी झंडी दिखाई है.
परियोजना के दूसरे चरण में घाघरा नदी पर करीब एक किलोमीटर लंबे पुल का निर्माण किया जाएगा. इसके बाद बाकी बचे 49 किलोमीटर में जरवल से बहराइच तक हाईवे का निर्माण किया जाएगा.
इस डिजिटल हाईवे को बनाने में करीब ढाई हजार करोड़ रुपये का खर्च आएगा. जानकारी के मुताबिक पहले चरण के काम के लिए केंद्र सरकार ने 975 करोड़ रुपये की राशि जारी की है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है. जी यूपीयूके एआई के चित्रण का हुबहू होने की पुष्टि नहीं करता है.