Trending Photos
)
Prayagraj News (मो.गुफरान): प्रयागराज का कुख्यात पटाखा माफिया कादिर करोड़ों की ठगी मामले में भगोड़ा घोषित होने के बाद से फरार चल रहा है. पुलिस ने पटाखा माफिया की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है. पटाखा माफिया कादिर पर रकम दुगुना करने का प्रलोभन देकर करोड़ों की ठगी का आरोप है. प्रयागराज के शाहगंज थाने में ठगी, धोखाधड़ी और गबन के आरोप में एफआईआर दर्ज है.
भतीजे को पुलिस ने किया गिरफ्तार
पुलिस ने पटाखा माफिया कादिर के भतीजे आसिफ को गिरफ्तार कर जेल भेजा है , जबकि कादिर और उसका दूसरा भतीजा कासिफ 25 हजार का इनाम है और कोर्ट के आदेश पर दोनों के घरों पर 82 की नोटिस चस्पा हुई है. 6 नवंबर तक अगर पटाखा माफिया कादिर गिरफ्तार नहीं हुआ तो पुलिस न्यायालय के आदेश पर 83 के तहत कुर्की की कार्रवाई करेगी.
हाईकोर्ट में दाखिल की याचिका
वहीं फरार पटाखा माफिया कादिर ने अग्रिम जमानत के लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की है. हाईकोर्ट में दाखिल अग्रिम जमानत याचिका में पटाखा माफिया कादिर ने व्यापारिक रंजिश के चलते एफआईआर की बात कही है. पटाखा माफिया कादिर ने अपने खिलाफ दर्ज मामलों की जानकारी भी न्यायालय में छिपाया. यानी तथ्यों को छिपाकर पटाखा माफिया कादिर हाईकोर्ट से अग्रिम जमानत की मांग की. लेकिन कोर्ट में पेश शिकायकर्ताओ के वकील मोहम्मद अमन खान ने पटाखा माफिया के खिलाफ दर्ज अपराधिक मामलों का उल्लेख किया.
माफिया कादिर पर 4 मुकदमे
शिकायकर्ताओं के वकील ने कहा कि पटाखा माफिया कादिर के खिलाफ कुल 4 मामले दर्ज हैं, जो धोखाधड़ी, ठगी और गबन के अलावा विस्फोटक अधिनियम के तहत दर्ज हैं. हाईकोर्ट ने इसे गंभीर मानते हुए पटाखा माफिया कादिर को फटकार लगाई और दुबारा फ्रेस एफिडेविट दाखिल करने का निर्देश दिया. जिसमें पटाखा माफिया को अपने खिलाफ दर्ज अपराधिक मामलों का उल्लेख करना होगा.
2021 में बनाई कंपनी
बता दें कि पटाखा माफिया कादिर ने साल 2021 में प्री रिचार्ज नाम से एक कंपनी बनाई. जिसमे उसने अपने भतीजे कासिफ और आसिफ को कंपनी का डायरेक्टर बनाया और खुद संरक्षक बन गया. पटाखा माफिया की कंपनी ने साल भर में रकम दुगुना करने का प्रलोभन देकर शहर में सैकड़ों लोगों से लगभग 250 करोड़ की ठगी की. ठगी के बाद पटाखा माफिया कादिर और उसके भतीजे फरार हो गए.
पीड़ितों ने दर्ज कराई एफआईआर
पीड़ितों ने जब घर पर जाकर अपने पैसों को लेकर बातचीत करना चाहा तो कोई भी सामने नहीं आया. पीड़ितों ने फिर एक एक करके कादिर और उसके भतीजों के अलावा कई अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई. जिसमें कुल 18 शिकायकर्ताओं की तरफ से कुल 4 मामले अलग अलग धाराओं में दर्ज हुए. प्रयागराज के शाहगंज थाने की पुलिस ने जांच शुरू कि तो कई साक्ष्य भी न्यायालय में पेश किए.
कोर्ट ने जारी किया वारंट
जिसके बाद पटाखा माफिया कादिर और भतीजों को निचली अदालत से राहत नहीं मिली, कादिर और अन्य के खिलाफ कोर्ट से एनबीडब्ल्यू भी जारी है. कोर्ट के आदेश पर आरोपियों के घर पर कुर्की की प्रक्रिया से जुड़ी 82 की नोटिस भी चस्पा है. पुलिस ने फरार पटाखा माफिया कादिर और उसके भतीजे कासिफ की गिरफ्तारी पर 25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है.
शिकायतकर्ता ने लगाई मदद की गुहार
वहीं शिकायकर्ता आसिफ ने योगी सरकार से गुहार लगाई है कि जिस तरह से दूसरे माफियाओं को मिट्टी में मिलाया गया. उसी तरह से पटाखा माफिया कादिर के खिलाफ भी कार्रवाई की जाए. आसिफ ने बताया कि उससे 22 लाख रुपए कादिर और उसके भतीजों ने रकम दुगुना करने का लालच देकर लिया. लेकिन रकम दुगुना तो छोड़िए उसका मूल भी उसे नहीं मिला है.
ठगी के लगे आरोप
वहीं प्रयागराज के रहने वाले मुजीब उल्ला ने बताया कि उनसे भी करीब 12 लाख रुपए कादिर और उसके गैंग के लोगों ने लिया. इसी तरह से शहर के सैकड़ों लोगों से करोड़ों की ठगी करके फरार हो गए हैं. सरकार और पुलिस से पीड़ित गुहार लगा रहें हैं कि उनके साथ न्याय किया जाए.
अवैध पटाखा गोदाम पुलिस ने किया सील
पटाखा माफिया कादिर प्रयागराज व्यापार मंडल का खुद को पदाधिकारी भी बताता है. पटाखा माफिया के नाम से विख्यात कादिर के नैनी स्थित अवैध पटाखा गोदाम को भी पिछले महीने पुलिस ने सील कर दिया. वहीं अब पटाखा माफिया कादिर और उसके गैंग पर कानूनी कार्रवाई भी तेज हो गई है.
खड़े हुए ये सवाल
ऐसे में सवाल उठता है कि फरार माफिया कादिर को कौन संरक्षण दे रहा है, जिसके चलते वह पुलिस की गिरफ्त में नहीं आ रहा है, हाईकोर्ट पहुंचकर याचिका दाखिल करके फरार हो जा रहा है. हालांकि पुलिस ने पटाखा माफिया की गिरफ्तारी के लिए तीन टीमें गठित की है, बावजूद वह पुलिस को लगातार चकमा दे रहा है.