यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 के परिणाम घोषत हो गए हैं. अगर आपको यूपी माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की साइट पर रिजल्ट देखने में दिक्कत आ रही है तो आप इसे डिजिलॉकर पर भी प्राप्त कर सकते हैं. आइये जानें 2 मिनट का प्रोसेस.
यूपी बोर्ड ने पहली बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के विद्यार्थियों के लिए अंकपत्र और प्रमाणपत्र डिजिलॉकर पर जारी करने की सुविधा शुरू की है. ये दस्तावेज न केवल सत्यापित होंगे बल्कि डिजिटल हस्ताक्षरित भी होंगे, जिससे इनकी वैधता सुनिश्चित होगी.
डिजिलॉकर पर उपलब्ध दस्तावेज़ों में क्यूआर कोड शामिल होगा. यह कोड किसी भी संस्था या व्यक्ति द्वारा तत्काल सत्यापन की सुविधा प्रदान करेगा. इससे छात्रों को प्रमाणपत्रों की प्रामाणिकता के लिए अलग से प्रक्रिया पूरी करने की आवश्यकता नहीं होगी.
बोर्ड सचिव भगवती सिंह ने बताया कि इस पहल के जरिए छात्रों को डिजिटल तकनीक का लाभ मिलेगा. अब तक छात्रों को सिर्फ पेपर वाले अंकपत्र मिलते थे, जो तुरंत उपयोग में नहीं लाए जा सकते थे. डिजिलॉकर के दस्तावेज़ सभी सरकारी और निजी संस्थानों में मान्य होंगे.
डिजिलॉकर पर उपलब्ध प्रमाणपत्र छात्रों को आगे की पढ़ाई और नौकरी के लिए तुरंत इस्तेमाल करने की सुविधा देगा. इससे वे अपने दस्तावेज़ों के लिए बार-बार स्कूल या बोर्ड कार्यालय जाने से बच सकेंगे. यह प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल और समय बचाने वाली है.
डिजिटल प्रमाणपत्रों के साथ ही पेपर वाले अंकपत्र भी बाद में स्कूल से उपलब्ध कराए जाएंगे. हालांकि, डिजिलॉकर से छात्र तुरंत अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे. यह विकल्प छात्रों को दोनों प्रकार के प्रमाणपत्रों की सुविधा देगा.
डिजिलॉकर से प्रमाणपत्र प्राप्त करने के लिए सबसे पहले मोबाइल में Digilocker ऐप इंस्टॉल करें. ऐप पर लॉगइन करके रोल नंबर, रोल कोड और उत्तीर्ण वर्ष की जानकारी भरें. इसके बाद आप अपनी मार्कशीट और प्रमाणपत्र आसानी से डाउनलोड कर सकते हैं।
डिजिलॉकर का उपयोग करने के लिए छात्रों को सबसे पहले अकाउंट बनाना होगा. इसके लिए नाम, जन्मतिथि, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और आधार कार्ड नंबर की जानकारी भरनी होगी. एक बार अकाउंट बनने के बाद लॉगिन आईडी और पासवर्ड उपलब्ध हो जाएगा.
डिजिलॉकर में लॉगइन करने के बाद एप्लिकेशन का डैशबोर्ड खुलेगा. इसमें सर्च ऑप्शन पर जाकर अपनी कक्षा और बोर्ड का चयन करें. सही जानकारी भरने के बाद आप तुरंत अपनी मार्कशीट डाउनलोड कर सकेंगे.
डिजिलॉकर की मदद से छात्र अपनी मार्कशीट और प्रमाणपत्र घर बैठे ही डाउनलोड कर सकेंगे. यह प्रक्रिया न केवल आसान है, बल्कि समय और संसाधनों की भी बचत करती है. डिजिलॉकर के उपयोग से छात्र और उनके माता-पिता दोनों को बड़ी राहत मिलेगी.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की जिम्मेदारी हमारी नहीं है.एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.