CAA पर गृह मंत्री अमित शाह की ओर से दी गई बहस की चुनौती को स्वीकार करने पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया.
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लखनऊ: मायावती और अखिलेश यादव द्वारा CAA पर बहस की चुनौती स्वीकरने के बाद प्रियंका गांधी ने तंज कसा है. नागरिकता संशोधन कानून पर गृह मंत्री अमित शाह की ओर से दी गई बहस की चुनौती को स्वीकार करने पर प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया.
प्रियंका गांधी ने बिना नाम लिया सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती पर निशाना साधा. उन्होंने बिना नाम लिए अखिलेश यादव को घर में ही रहने वाला नेता बताया. जबकि, मायावती को दूसरे राज्यों की बात करने वाली नेता बताया.
उन्होंने ट्वीट किया, 'अजीब दास्तां है ये.. कहां शुरू कहां खतम.. गृहमंत्रीजी उप्र में उन्हें चुनौती दे रहे हैं जो उनके खिलाफ लड़ने के लिए घर से बाहर तक नहीं निकले और जिन्हें गृहमंत्रीजी को चुनौती देनी चाहिए वे दूसरे प्रदेशों की समस्याओं की बातें कर रही हैं. उप्र की जागरूक जनता सब समझती है.'
अजीब दास्ताँ है ये..कहाँ शुरू कहाँ खतम..
गृहमंत्रीजी उप्र में उन्हें चुनौती दे रहे हैं जो उनके खिलाफ लड़ने के लिए घर से बाहर तक नहीं निकले और जिन्हें गृहमंत्रीजी को चुनौती देनी चाहिए वे दूसरे प्रदेशों की समस्याओं की बातें कर रही हैं।
उप्र की जागरूक जनता सब समझती है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) January 22, 2020
गौरतलब है कि, हाल ही में लखनऊ में गृहमंत्री अमित शाह ने मंच से बोलते हुए, एक-एक कर विपक्षी दल के नेताओं को खुले मंच पर आकर CAA के बारे में बहस की खुली चुनौती दी थी. जिसके बाद मायावती ने इस चुनौती को स्वीकार किया. उन्होंने ट्वीट के माध्यम से कहा कि, 'बीएसपी किसी भी मंच पर और कहीं भी बहस करने के लिए तैयार है.'
आति-विवादित CAA/NRC/NPR के खिलाफ पूरे देश में खासकर युवा व महिलाओं के संगठित होकर संघर्ष व आन्दोलित हो जाने से परेशान केन्द्र सरकार द्वारा लखनऊ की रैली में विपक्ष को इस मुद्दे पर बहस करने की चुनौती को BSP किसी भी मंच पर व कहीं भी स्वीकार करने को तैयार है।
— Mayawati (@Mayawati) January 22, 2020
वहीं मायावती के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ चुके पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी इस चुनौती को हाथों हाथ ले रहे हैं. उन्होंने तो यहां तक कह डाला कि, जगह भी आप खुद तय कर लें. हम बहस को तैयार हैं. हालांकि दोनों के चुनौती स्वीकारने को लेकर बीजेपी की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है.