राजस्थान और गुजरात के पूर्व राज्यपाल जस्टिस अंशुमान सिंह का 85 साल की उम्र में निधन हो गया. वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे और प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती थे. अंशुमान सिंह के निधन की खबर से शोक की लहर है.
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प्रयागराज: राजस्थान और गुजरात के पूर्व राज्यपाल जस्टिस अंशुमान सिंह का 85 साल की उम्र में निधन हो गया. वह कुछ समय से बीमार चल रहे थे और प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती थे. अंशुमान सिंह के निधन की खबर से शोक की लहर है. उनके निधन की जानकारी मिलते ही जजेज कालोनी स्थित उनके निवास पर शोक संवेदना व्यक्त करने वालों का तांता लग गया. आज शाम प्रयागराज में ही उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा. बड़ी-बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर शोक जताया है.
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उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने उनके निधन पर शोक जताया है.
पूर्व राज्यपाल व पूर्व न्यायाधीश श्री अंशुमान सिंह जी के निधन का दुखद समाचार प्राप्त हुआ है। मैं विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर भगवान से प्रार्थना करता हूँ कि पुण्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व परिजनों को दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
ॐ शांति pic.twitter.com/jZwfKi0OOq— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) March 8, 2021
राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व गवर्नर अंशुमान सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया है.
My heartfelt condolences at the passing away of Justice Shri Anshuman Singh, who served as Governor of Rajasthan & Gujarat. His contribution in the judiciary & public life shall always be remembered. May God give strength to his family members to bear this loss. May his soul RIP.
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) March 8, 2021
1968 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जुड़े
अंशुमान सिंह का जन्म 7 जुलाई, 1935 को इलाहाबाद (प्रयागराज) में हुआ. साल 1957 में उन्होंने इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से विधि स्नातक की उपाधि प्राप्त की. कानून के क्षेत्र में गहरी रूचि होने के कारण साल 1957 में 22 साल की उम्र में ही जिला कोर्ट, इलाहाबाद में वकालत शुरू की. साल 1968 में इलाहाबाद हाईकोर्ट से जुड़े. वो अपनी मेहनत और न्याय के लिए प्रतिृबद्ध थे. साल 1976 में अंशुमान इलाहाबाद हाईकोर्ट में सरकारी वकील नियुक्त हुए.
4 बार बने कार्यवाहक राज्यपाल
साल 1994 से 1997 तक वो चार बार कार्यवाहक राज्यपाल के रूप में भी पद भार संभाला. 17 अप्रेल, 1998 को अंशुमान को गुजरात का राज्यपाल नियुक्त किया गया. इस पद पर वो 13 मई 2003 तक आसीन रहे.
अंशुमान राजस्थान हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस भी रहे. वो 1984 में इलाहाबाद हाईकोर्ट के जज बने थे. राजस्थान के गवर्नर के रूप में 16 जनवरी,1999 को पदभार संभाला. बता दें कि पिछले साल कोरोना की वजह से अमेरिका से आए बेटे को उन्होंने एयरपोर्ट से ही वापस लौटा दिया था. वे संविधान के अच्छे जानकार थे. जस्टिस अंशुमान सिंह के निधन की खबर से कानूनविदों में शोक की लहर दौड़ गई.
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