शिवपाल के बाद अब कांग्रेस नेता विनय शंकर से मिले ओपी राजभर
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शिवपाल के बाद अब कांग्रेस नेता विनय शंकर से मिले ओपी राजभर

ओपी राजभर ने वाराणसी के सर्किट हाउस में शुक्रवार को सपा नेता शिवपाल यादव से की थी बंद कमरे में मुलाकात.

वाराणसी में कांग्रेस नेता विनय शंकर राय से मिले ओपी राजभर.

वाराणसी : यूपी में बीजेपी सरकार के घटक दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्‍यक्ष ओम प्र‍काश राजभर लगातार दूसरे दलों के नेताओं के साथ मुलाकात कर रहे हैं. शुक्रवार (15 जून) को उन्‍होंने सपा के वरिष्‍ठ नेता शिवपाल यादव से मुलाकात की थी. अब शनिवार (16 जून) को ओपी राजभर ने कांग्रेस नेता विनय शंकर राय से मुलाकात की. मुलाकात के बाद ओपी राजभर ने कांग्रेस नेता को समर्थन देने की बात कही है. दूसरी ओर राजभर ने बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष महेंद्र नाथ पाण्‍डेय से मुलाकात नहीं की.

  1. बीजेपी के घटक दल सुभासपा के प्रमुख हैं राजभर
  2. दिखा चुके हैं बीजेपी के खिलाफ बागी तेवर
  3. मुलाकातों के दौर में सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म

दरअसल ओपी राजभर वाराणसी के सर्किट हाउस में ठहरे हैं. इसी सर्किट हाउस में महेंद्र नाथ पाण्‍डेय और विनय शंकर राय भी ठहरे थे. लेकिन राजभर ने महेंद्र नाथ पाण्‍डेय से मुलाकात न करके विनय शंकर राय से मुलाकात की. इस पर यूपी के सियासी गलियारों में विभिन्‍न चर्चाएं जोर पकड़ने लगी हैं. कुछ नेताओं ने तो सवाल उठा दिया है कि एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं है.

यूपी बीजेपी के प्रदेश अध्‍यक्ष महेंद्र नाथ पाण्‍डेय राजभर से मुलाकात न होने के मामले पर कहा कि बीजेपी गठबंधन में सबकुछ ठीक चल रहा है. ओपी राजभर किसी से भी मिल सकते हैं. राजभर से न मिल पाने के सवाल पर उन्‍होंने कहा कि हो सकता है कि राजभर अधिक व्‍यस्‍त हों. उन्‍होंने यह भी कहा कि शत्रुघ्‍न सिन्‍हा अब राजनीति में अप्रासंगिक हो चुके हैं. वहीं अखिलेश यादव के सरकारी बंगले के मामले में भी उन्‍होंने बयान दिया. वह बोले कि अखिलेश के बंगले में क्‍या था, यह जांच का विषय है. अगर उनके बंगले में कुद नहीं था तो वह गमले के लिए क्‍यों परेशान हो रहे हैं. उन्‍होंने सवाल उठाया कि आखिर उस गमले में ऐसा क्‍या है.

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बता दें कि शुक्रवार को ओमप्रकाश राजभर ने सपा नेता शिवपाल यादव से सर्किट हाउस में मुलाकात की थी. दोनों के बीच बंद कमरे में करीब 10 मिनट तक मुलाकात हुई थी. मुलाकात के बाद चर्चा के सवाल पर राजभर ने कहा था कि यह महज शिष्‍टाचार मुलाकता थी.

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