नई दिल्ली/प्रयागराज: संगम नगरी प्रयागराज में अगले साल होने वाले कुंभ 2019 को लेकर यूपी सरकार के साथ साधु-संत समाज भी तैयार है. अगले साल लगने वाले कुंभ से पहले ही श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े ने दाती महाराज के कुंभ में प्रवेश पर रोक लगा दी है. शिष्या के यौन शोषण के आरोपों में घिरे दाती महाराज को श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े ने निलम्बित कर दिया है. अखाड़े ने उनकी महामंडलेश्वर की पदवी और अखाड़े की सदस्यता को खत्म करते हुए कुंभ 2019 में प्रवेश पर भी पाबंदी लगा दी है.


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श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी के सचिव महंत राम सेवक गिरी के मुताबिक दाती महाराज को अखाड़े के महामंडलेश्वर के रूप में अब कोई मान सम्मान नहीं मिलेगा और कुम्भ में अखाड़े में उनका प्रवेश भी वर्जित रहेगा. हालांकि सामान्य श्रद्धालु के रुप में उनके कुंभ में आने पर कोई रोक नहीं रहेगी. उन्होंने कहा है कि यौन शोषण मामला कोर्ट में विचाराधीन है और जब-तक वे कोर्ट से दोष मुक्त करार नहीं दे दिए जाते, तब तक अखाड़े में उनकी वापसी भी संभव नहीं है. महानिर्वाणी अखाड़े के सचिव महंत राम सेवक गिरी ने कहा है कि अखाड़ा किसी दागी संत को अपने साथ नहीं रख सकता है.


महंत राम सेवक गिरी ने कहा कि जब तक वो कोर्ट से निर्दोष साबित नहीं हो जाते, तब तक उन्हें निलम्बित रखा जायेगा. आपको बता दें कि कुछ माह पहले दाती महाराज पर उनकी राजस्थान निवासी एक शिष्या ने दिल्ली में पाली स्थित आश्रम में दुष्कर्म का आरोप लगाया था. पीड़िता का आरोप है कि दाती महाराज और उनके शिष्यों ने 25,26 और 27 मार्च 2016 को उसके साथ जबरन दुष्कर्म किया. 


इस मामले पर दिल्ली पुलिस ने उनके खिलाफ केस दर्ज किया है. दिल्ली हाईकोर्ट ने मामला सीबीआई को स्थानान्तरित करने की पीड़िता की याचिका को भी स्वीकार कर लिया है. आपको बता दें कि इस प्रकरण से अखाड़े को भी सवालों का सामना करना पड़ रहा था. इसके चलते विवाद में घिरे दाती महाराज से महानिर्वाणी अखाड़ा ने खुद को अलग कर लिया है.