ब्रह्म मुहूर्त कितने घंटों का, नए साल में सुबह उठकर अपना लें ये दो काम, दिखेगा बदलाव
Astro Tips For Morning: ब्रह्म मुहूर्त में पूजा करने से मानसिक और शारीरिक तनाव से मुक्ति मिलती है. भगवान की कृपा से हर क्षेत्र में सफलता मिलती है. ब्रह्म मुहूर्त.. आप सुबह उठते हैं ये 2 काम जरूर करें...
Astro Tips For Morning: साल का आखिरी महीना चल रहा है. कुछ दिनों बाद नया साल शुरू हो जाएगा. बहुत से ऐसे काम हैं जिनको हम अपनी दिनचर्या में शामिल नहीं कर पाए. अब आने वाले साल में हम कुछ नियमों को अपने जीवन में उतारने की कोशिश करेंगे. ज्योतिष के अनुसार हमारा जीवन इससे सकारात्मक मोड़ लेगा. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार माना जाता है कि सुबह-सुबह किए जाने वाले कार्यों का असर दिनभर की दिनचर्या पर बहुत गहरा असर पड़ता है. सुबह उठकर भगवान का नाम लेने के साथ कुछ काम करना चाहिए. ऐसा करने से जीवन में सकारात्मक असर पड़ता है. इसके साथ ही जीवन की हर एक परेशानी धीरे-धीरे समाप्त हो जाती है. आइए जानते हैं नए साल में सुबह-सुबह कौन से दो काम जरूर करने चाहिए. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रोजाना ब्रह्म मुहूर्त में ये काम करना शुभ माना जाता है, क्योंकि ब्रह्म मुहूर्त में भगवान भी जगते हैं.
ब्रह्म मुहूर्त का समय?
सुबह करीब 4 बजे से लेकर 5 बजकर 30 मिनट के बीच तक के समय को ब्रह्म मुहूर्त कहा जाता है.
ब्रह्म मुहूर्त में करने चाहिए ये काम
हथेली के दर्शन करें
हिंदू शास्त्रों के अनुसार, सुबह उठकर सबसे पहले अपनी हथेलियों के दर्शन करना चाहिए. इसके साथ ही इस मंत्र को बोलना चाहिए. ऐसा करने से हमेशा देवी-देवता की कृपा बनी रहती है
मंत्र
कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती।कलमूले तु गोविंद: प्रभाते करदर्शनम्।।
ब्रह्म मुहूर्त में देवी-देवता की पूजा
पाठशास्त्रों के अनुसार, सूर्योदय से पहले उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करने के बाद देवी-देवता की पूजा जरूर करना चाहिए. ब्रह्म समय में देवी-देवता की पूजा करने से मानसिक, शारीरिक तनाव से मुक्ति मिलती है. साथ ही भगवान की कृपा से हर क्षेत्र में सफलता के साथ धन लाभ होगा. पूजा करने के साथ इस मंत्र का जरूर जाप करना चाहिए। इससे जीवन में आने वाली बड़ी से बड़ी मुश्किल को आसानी से पार कर लेंगे। इसके साथ ही कुंडली में नवग्रह की शांति भी होगी।
मंत्र
ब्रह्मा मुरारी त्रिपुरांतकारी भानु: शशि भूमि सुतो बुधश्च।गुरुश्च शुक्र शनि राहु केतव सर्वे ग्रहा शांति करा भवंतु।।
गायत्री मंत्र का भी जाप
इस मंत्र के आलावा गायत्री मंत्र का भी जाप करना चाहिए. ज्योतिष और धर्म शास्त्रों में कहा जाता है कि ऐसा करने से काम करने की क्षमता का विकास होता है.
ऊँ भूर्भुवः स्वः तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो नः प्रचोदयात्.
पूजा करने के लिए ये बातें ध्यान में रखें-
ब्रह्म मुहूर्त सूर्योदय से डेढ़ घंटे पहले का समय होता है.
ब्रह्म मुहूर्त में सोना शास्त्रों के मुताबिक वर्जित माना गया है.
ब्रह्म मुहूर्त में किसी भी तरह की खाद्य सामग्री का सेवन नहीं करना चाहिए
डिस्क्लेमर: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है. यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए zeeupuk उत्तरदायी नहीं है.
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