Historic Mosque in Uttar Pradesh: फैज़ाबाद, अयोध्या, लखनऊ, खैराबाद और पास-पड़ोस के ऐसे कई शहर हैं, जहां की इमारतें अपनी दास्तां बयां करती हैं. ये मस्जिदें अपनी अनूठी कला, आकर और सुंदरता की वजह से जानी जाती हैं.
five biggest mosques in UP: यह मस्जिद मुसलमानों के लिए एक पवित्र स्थल है, जहां वे नमाज अदा कर सकते हैं और अल्लाह से जुड़ सकते हैं. कई प्रमुख मस्जिदें हैं जो अपनी वास्तुकला, इतिहास और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं. इस लेख में जानिए यूपी की उन पांच मस्जिदों के बारे में जो
देश में रमजान का पवित्र माह चल रहा है. मस्जिदों में पांचों वक्त की नमाज अदा की जा रही है. मस्जिद, मुसलमानों के लिए एक प्रमुख धार्मिक स्थल है. उत्तर प्रदेश में कई प्रमुख मस्जिदें हैं जो अपनी वास्तुकला, इतिहास और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध हैं. हम आपको यूपी की उन पांच मस्जिदों के बारे में बताने जा रहे हैं जो अपने ऐतिहासिक विरासत को संजोए हुए हैं.
आइए जानते हैं यूपी की उन मस्जिदों के बारे में जो अपने इतिहास या वास्तुकला के लिए फेमस हैं. पढ़िए यूपी की पांच बड़ी मस्जिदों के नाम हैं...
लखनऊ की जुमा मस्जिद एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थल है, जो लखनऊ शहर में स्थित है. अवध के तीसरे बादशाह मोहम्मद अली शाह ने 1842 में इस मस्जिद की नींव रखी थी, लेकिन उनकी मौत के बाद बेगम मलका ने इसे पूरा करवाया. यह अपनी अनूठी कला और सुंदरता के लिए जानी जाती है. यह मस्जिद लखनऊ में स्थित है और अपनी सुंदर वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है.यह मस्जिद अपनी सुंदर वास्तुकला और आकर्षक डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है. ये मस्जिद लखनऊ के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
यह मस्जिद लखनऊ में स्थित है और नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा बनवाई गई थी. यह इमामबाड़ा नवाब आसफ-उद-दौला द्वारा 1784 में बनवाया गया था और इसकी वास्तुकला मुगल और इस्लामिक शैलियों का मिश्रण है.
यह अलीगढ़ की सबसे पुरानी और भव्य मस्जिदों में से एक है. 1857 के गदर के 73 शहीदों की कब्रें भी यहां मौजूद हैं. अलीगढ़ की जामा मस्जिद एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थल है, जो अलीगढ़ शहर में स्थित है. यह मस्जिद 18वीं शताब्दी में बनवाई गई थी और इसकी वास्तुकला मुगल और इस्लामिक शैलियों का मिश्रण है. यह मस्जिद अलीगढ़ के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.
यह मस्जिद आगरा में स्थित है और मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा बनवाई गई थी. यह मस्जिद मुगल बादशाह शाहजहाँ द्वारा 1646-1653 के बीच बनवाई गई थी. यह मस्जिद मुगल वास्तुकला का एक उत्कृष्ट उदाहरण है, जिसमें लाल और सफेद पत्थर का उपयोग किया गया है. यह मस्जिद मुगल साम्राज्य के इतिहास और संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है.यह मस्जिद अपनी सुंदर वास्तुकला और आकर ्षक डिज़ाइन के लिए प्रसिद्ध है.
यह मस्जिद फतेहपुर सिकरी में स्थित है और मुगल बादशाह अकबर द्वारा बनवाई गई थी. शाही मस्जिद, फतेहपुर सिकरी एक ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थल है, जो फतेहपुर सिकरी में स्थित है. यह मस्जिद मुगल बादशाह अकबर द्वारा 1571-1572 में बनवाई गई थी और इसकी वास्तुकला मुगल और इस्लामिक शैलियों का मिश्रण है.
बदायूं की जामा मस्जिद, ताज-उल-मसाजिद,आलमगीर मस्जिद, बनारस, लखनऊ, फैजाबाद की जामा मस्जिद, मुजफ्फरनगर की मस्जिद, और खैराबाद, अयोध्या, और लखनऊ के आसपास के क्षेत्रों में स्थित मस्जिदें.
उत्तर प्रदेश में कुल मस्जिदों की संख्या करीब 6890 है. यह जानकारी जनवरी २३, 2024 तक है. सूचना की संख्या अलग भी हो सकती है.
लेख में दी गई ये जानकारी सामान्य स्रोतों से इकट्ठा की गई है. इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि स्वयं करें. एआई के काल्पनिक चित्रण का जी यूपीयूके हूबहू समान होने का दावा या पुष्टि नहीं करता.