हंगामा कर रहे कथित छात्रों ने छात्र संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष उदय और पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव का भी कमरा फूंक दिया.
Trending Photos
नई दिल्ली/इलाहाबाद: इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव नतीजे आने के बाद जमकर बवाल हुआ. हॉस्टल के कमरों और सड़क पर गाड़ियों में आग लगा दी गई और जमकर बमबाजी हुई, जिसमें सीओ को भी छर्रे लगे. कथित छात्रों ने हॉलैंड हॉल के कई कमरों में आगजनी की. हंगामा कर रहे छात्रों ने छात्र संघ के नवनिर्वाचित अध्यक्ष उदय और पूर्व अध्यक्ष अवनीश यादव का भी कमरा फूंक दिया. करीब सात कमरों में आगजनी के बाद कई हॉस्टल से छात्र रॉड, हॉकी, लाठी लेकर सड़क पर उतर आए. इसके बाद जमकर बवाल किया.
समझाने की कोशिश करने पहुंची पुलिस पर भी छात्रों ने पथराव किया. इससे पूरे इलाके में अराजकता की स्थिति पैदा हो गई. काफी देर तक छात्र और पुलिस के बीच गुरिल्ला युद्ध चलता रहा. बवाल को काबू में करने के लिए पूरे शहर के थानों की फोर्स बुला ली गई. आरएएफ और पीएसी के जवान भी छात्रों का गुस्सा देख बैकफुट पर आ गए. एसएसपी, एसपी सिटी, सीओ समेत कई थाने की फोर्स घंटों तक उपद्रवी छात्रों को समझाने की कोशिश करते रहे.
किताब, शैक्षणिक दस्तावेज जलने से छात्रों की नाराजगी बढ़ गई तो सड़क पर खड़े कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. फायर बिग्रेड की टीम मौके पर पहुंची और किसी तरह आग को बुझाया, लेकिन तब तक काफी सामान स्वाहा हो चुका था.
इस मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि हॉस्टल से लेकर बाहर तक बमबाजी और आगजनी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि आग किसने लगाई है, लेकिन ये साफ है कि ये बवाल चुनावी रंजिश में हुआ. घायल पुलिसकर्मियों के देखने के लिए उच्चाधिकारी अस्पताल पहुंचे. SSP ने ये आदेश दिया है कि जिन छात्रों ने बवाल किया उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाए और कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए.
ये भी पढ़ें: इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ मतदान शुरू, आज बनेगी छात्रों की नई सरकार
आपको बता दें कि शुक्रवार (05 अक्टूबर) को इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्रसंघ चुनाव के लिए वोट डाले गए थे. सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक मतदान हुआ. संवेदनशील माने जाने वाले इस चुनाव के लिए बड़े पैमाने पर सुरक्षा व्यवस्था की गई थी. छात्र संघ चुनाव को लेकर करीब 44 बूथ बनाए गए थे. मतदान के दौरान कोई अनहोने न हो इसलिए विश्वविद्यालय परिसर और उसके आस-पास भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात थे.
मतदान के मद्देनजर 9 एएसपी, 18 सीओ, 39 एसओ, 1 कंपनी आरएएफ, 2 कंपनी और एक प्लाटून पीएसी, एक दस्ता घुड़सवार पुलिस, 8 महिला एसआई, 69 महिला कांस्टेबल, 763 कांस्टेबल के साथ ही फायर टेंडर तैनात किए गए थे.