CBSE 12th topper Savi Jain: CBSE बोर्ड में उत्तर प्रदेश के बच्चों का नतीजे काफी शानदार रहे हैं. 10वीं बोर्ड के एग्जाम में यूपी के बच्चों की पासिंग परसेंटेज की बात करें, तो 90 फीसदी बच्चों ने परीक्षा पास किया है. पूरे देश में इस बार लड़कियों ने परचम लहराया है, क्योंकि लड़कियों के पासिंग परसेंटेज 95 फीसदी रहा और लड़कों का 91 फीसदी रहा है.
बेटियां बेटों से कम नहीं होती और वह कुछ भी कर सकती हैं. इसका जीता जागता उदाहरण भारत की दो महिला सेना अफसर व्योमिका सिंह और सोफ़िया कुरैशी है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पकिस्तान की सेना को धूल चटाने का काम किया है. सीबीएसई की कक्षा 12वीं की परीक्षा का रिजल्ट भी ऐसा ही कुछ कहता है.
उत्तर प्रदेश के जनपद शामली की बेटी सावी जैन ने सीबीएसई की कक्षा 12वीं की परीक्षा में देश में पहला स्थान हासिल कर बेटियों का मान बढ़ाया है. सावी जैन ने पूरे देश में टॉप कर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है.
सावी ने कुल 500 में से 499 अंक हासिल किए हैं और ऑल इंडिया रैंक 1 प्राप्त की है. सावी जैन स्काटिश इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है.
सावी जैन को हर विषय में लगभग शत-प्रतिशत नंबर मिले हैं. सावी को इंग्लिश, पेंटिग, राजनीति विज्ञान और जियोग्राफी में 100 में से 100 नंबर मिले हैं. तो वहीं इतिहास में सावी को 100 में से 99, इकोनॉमिक्स (ऑप्शनल सब्जेक्ट) में 100 में से 97 नंबर मिले हैं. इस तरह से सावी को 99.80 प्रतिशत नंबर मिले हैं.
सावी के माता-पिता शामली में ही रहते हैं. सावी के पिता का नाम अंकित जैन है तो वहीं उनकी मां का नाम कविता जैन है. पिता की शहर में फर्नीचर की दुकान है तो मां अंकिता हाउसमेड हैं. बेटी सावी की सफलता पर पूरे परिवार में खुशी का माहौल है.
सावी जैन का सपना सिविल सर्विसेज में जाने का है और देश की सेवा करना है. सावी ने मीडिया को बताया कि वह रोजाना पांच घंटे पढ़ाई करती थी. IAS बनकर देश की सेवा करना चाहती हूं.
सावी जैन ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अपने अध्यापकों को दिया है. अगर उन्हें कभी कोई परेशानी आती थी तो उनके माता-पिता उन्हें कहते थे कि चिंता मत करो और आगे बढ़ते रहो.
सावी ने छात्र-छात्राओं से कहा है कि वे भी उनकी तरह पढ़ाई करते रहें और अपनी सभी शंकाओं का समाधान करते रहें. परेशानी आएगी लेकिन उन्हें हार नहीं माननी चाहिए और आगे बढ़ते रहना चाहिए और सफल हो जाओगे.
सावी ने बताया कि मैंने अलग से कोई तैयारी नहीं की, सिर्फ NCERT की किताबें पढ़ीं और उन्हें अपनी पढ़ाई में शामिल किया. सावी ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में भी अपने स्कूल में टॉप किया था.