जौनपुर: फर्जी शिक्षिका प्रीति यादव की सेवा समाप्त, जिलाधिकारी ने दिए रिकवरी के आदेश
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जौनपुर: फर्जी शिक्षिका प्रीति यादव की सेवा समाप्त, जिलाधिकारी ने दिए रिकवरी के आदेश

जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रकरण को BSA द्वारा मेरे सामने प्रस्तुत किया गया. फर्जी शिक्षिका और संविदा कर्मी की सेवाएं समाप्त करते हुए दोनों से रिकवरी के आदेश भी जारी कर दिए हैं.

जिलाधिकारी ने फर्जी शिक्षिका की सेवाएं समाप्त कर दी हैं.

अजीत सिंह/जौनपुर: उत्तर प्रदेश में अनामिका शुक्ला प्रकरण से मिलते-जुलते चर्चित प्रीति यादव केस में अब कार्रवाई तेज हो गई है. कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय मुफ्तीगंज में तैनात फर्जी शिक्षिका प्रीति यादव और इस मामले में संलिप्त संविदा कर्मी बाबू आनंद सिंह की सेवा को जिलाधिकारी ने समाप्त कर दिया है और रिकवरी के आदेश दिए हैं.

दरअसल, जौनपुर के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी की जांच में सामने आया था कि 2017 में कस्तूरबा गांधी विद्यालय में आवेदन करने वाली जौनपुर की असली प्रीति यादव बेरोजगार हैं, लेकिन उनकी मार्कशीट और शैक्षिक प्रमाण पत्र पर जौनपुर के मुफ्तीगंज और आजमगढ़ के विकासखंड स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में मैनपुरी की प्रीति यादव 2019 से नौकरी कर रही है. जांच में सामने आया कि दो स्कूलों में प्रीति यादव के नाम से नौकरी कर रही युवती की मार्कशीट में रोल नंबर एक हैं, लेकिन आधार कार्ड में डेट ऑफ बर्थ अलग-अलग हैं. जबकि दोनों आधार कार्ड का नंबर एक ही है. जौनपुर निवासी असली प्रीति यादव के पिता ने बताया था कि 2017 में उनकी बेटी ने कस्तूरबा विद्यालय में शिक्षक के लिए आवेदन किया, लेकिन उसकी नियुक्ति नहीं हुई. उसके बाद उसने कोई आवेदन नहीं किया.

वहीं, जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि प्रकरण को BSA द्वारा मेरे सामने प्रस्तुत किया गया. फर्जी शिक्षिका और संविदा कर्मी की सेवाएं समाप्त करते हुए दोनों से रिकवरी के आदेश भी जारी कर दिए हैं. बता दें कि, बाबू आनंद सिंह को पहले ही लखनऊ से STF की टीम गिरफ्तार कर चुकी है.

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