कोलकाता के पूर्व डीजीपी और करोड़ो रुपए के शारदा चिटफंड घोटाले के आरोपी राजीव कुमार पैतृक रूप से सम्भल जनपद के चंदौसी के रहने वाले हैं. चंदौसी शहर के बाहरी इलाके में उनके प्रोफेसर पिता आनंद कुमार के नाम पर आनंद भवन के नाम से कई बीघे में उनकी विशाल कोठी बनी हुई है, जिसमें उनकी मां मुन्नी देवी कुछ सर्वेंट के साथ रहती थी.
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संभल: कोलकाता के पूर्व डीजीपी और शारदा चिटफंड घोटाले के आरोपी राजीव कुमार के खिलाफ CBI ने कार्रवाई तेज कर दी है. संभल के चंदौसी में उनकी कोठी 'आनंद भवन' पर ताला लटका हुआ है. यहां उनकी मां रहती थीं, जो फिलहाल नहीं हैं. हालांकि, कोठी के एक हिस्से में रह रहे उनके नौकर कोठी की देखभाल कर रह रहे हैं और किसी से भी बातचीत करने से परहेज कर रहे हैं. दरअसल, कोलकाता के पूर्व डीजीपी और करोड़ो रुपए के शारदा चिटफंड घोटाले के आरोपी राजीव कुमार पैतृक रूप से सम्भल जनपद के चंदौसी के रहने वाले हैं. चंदौसी शहर के बाहरी इलाके में उनके प्रोफेसर पिता आनंद कुमार के नाम पर आनंद भवन के नाम से कई बीघे में उनकी विशाल कोठी बनी हुई है, जिसमें उनकी मां मुन्नी देवी कुछ सर्वेंट के साथ रहती थी. लेकिन, शारदा चिटफंड घोटाले में डीजीपी राजीव कुमार का नाम आने के बाद राजीव कुमार की यह कोठी चर्चाओं में आ गई.
आए दिन कोठी पर मीडिया कर्मियों का जमावड़ा दिखाई देने लगा. कुछ दिन तक तो डीजीपी राजीव की मां मुन्नी देवी ने मीडियाकर्मियों के सवालों के जबाब दिए. उन्होंने साफ तौर पर केंद्र सरकार पर आरोप लगाया कि उनके बेटे को सिर्फ इसलिए फंसाया जा रहा है, क्योंकि उनके डीजीपी बेटे ने कोलकाता में बीजेपी का हेलिकॉप्टर नहीं उतरने दिया. मुन्नी देवी ने हर बार अपने बेटे को ईमानदार बताया. लेकिन जब से सीबीआई ने पूर्व डीजीपी राजीव कुमार की गिरफ्तारी के कोशिशें तेज की है , डीजीपी राजीव कुमार की मां मुन्नी देवी ने चंदौसी की यह कोठी छोड़ दी है. फिलहाल वह कहां रह रही हैं, इसके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है.
कोठी के मेनगेट पर 2 ताले लटके हुए हैं. हालंकि, कोठी के एक हिस्से में उनके नौकर का परिवार रह रहा है, लेकिन यह परिवार किसी भी तरह की जानकारी देने को तैयार नहीं है. परिवार के छोटे-छोटे बच्चे कोठी के आसपास दिखाई देने वाले मीडियाकर्मियों पर पूरी नजर रख रहे हैं.