सपा प्रमुख अखिलेश यादव को परेशान करेगी चाचा शिवपाल की रैली की यह तस्वीर...
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सपा प्रमुख अखिलेश यादव को परेशान करेगी चाचा शिवपाल की रैली की यह तस्वीर...

शिवपाल ने कहा कि वर्ष 1992 में तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा सुरक्षा की गारंटी का हलफनामा देने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था. 

फोटो सौजन्य: ANI

लखनऊ: उत्तर प्रदेश (यूपी) की सियासत में समाजवादी परिवार की राजनीति को नकारा नहीं जा सकता है. वहीं, सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव को लेकर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल के बीच में जारी खींचतान जगजाहिर है.

इन सबके बीच रविवार को शिवपाल सिंह यादव की पार्टी की पहली 'जनाक्रोश महारैली' की तस्वीरें अखिलेश यादव की परेशानी बढ़ा सकती हैं. दरअसल, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) प्रमुख शिवपाल की रैली में मुलायम सिंह यादव अपनी छोटी बहू अपर्णा यादव के साथ शामिल हुए थे.

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PHOTO : ANI

 

दंगा भड़काना चाहती है बीजेपी- शिवपाल
ऐसे में शिवपाल की अपनी नई पार्टी के बैनर तले पहली रैली में मुलायम की मौजूदगी से यूपी की सियासत में एकबार फिर से गर्मा गई है. बता दें कि शिवपाल और अखिलेश यादव दोनों ही मुलायम पर दावा ठोंकते रहे हैं. मुलायम सिंह यादव भी कभी भाई शिवपाल के साथ दिखते हैं तो दूसरे ही पल अखिलेश यादव के साथ समाजवादी पार्टी के मंच पर. लखनऊ के रामबाई आंबेडकर मैदान में हुई इस रैली में शिवपाल ने केंद्र और उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि उसने देश को कमजोर किया है और वह लोकसभा चुनाव में सियासी फायदा लेने के लिये दंगा भड़काना चाहती है.

सुरक्षा का हलफनामा देने के बावजूद तोड़ दी थी मस्जिद- शिवपाल
शिवपाल सिंह ने रैली को संबोधित करते हुए कहा, ''बीजेपी ने देश को कमजोर किया है. हम बीजेपी को देश और प्रदेश से हटाएंगे. हम शांति और भाईचारा चाहते हैं, लेकिन सांप्रदायिक लोग दंगे भड़काना चाहते हैं.'' उन्होंने कहा कि वर्ष 1992 में तत्कालीन बीजेपी सरकार द्वारा सुरक्षा की गारंटी का हलफनामा देने के बावजूद बाबरी मस्जिद को तोड़ दिया गया था. वह देश में फिर से वही आग फैलाना चाहती है. आज लोग मुसलमान का नाम लेने में घबराने लगे हैं. 

अयोध्या में माहौल खराब करने की कोशिश की गई- शिवपाल सिंह
शिवपाल ने कहा, ''पिछली 25 नवंबर को अयोध्या में 'धर्म सभा' के नाम पर माहौल खराब करने की कोशिश की गई थी, लेकिन प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के लोग सड़कों पर निकल पड़े थे कि हम अयोध्या में दंगा नहीं होने देंगे.'' उन्होंने कहा, ''वर्तमान की बेईमान, निकम्मी और झूठी सरकार को हटाने की आवश्यकता है. हम और मुलायम सिंह यादव मुसलमानों के साथ खड़े हैं. हम कर्मचारियों को पुरानी पेंशन भी देना चाहते हैं. वायदा करते हैं कि हम पुरानी पेंशन दिलाने का काम करेंगे. संविदाकर्मियों को भी समायोजित करने की दिशा में वह गंभीरता से प्रयत्न करेंगे.'' उन्होंने नारेबाजी के बीच आश्वासन दिया कि नौजवानों के लिए रोजगार की वह व्यवस्था करेंगे.

(इनपुट भाषा से)

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