श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट जमीन खरीद विवाद: जिस कीमत पर जमीन ली, उतने में लेकर दिखाएं: कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज
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श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट जमीन खरीद विवाद: जिस कीमत पर जमीन ली, उतने में लेकर दिखाएं: कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज

स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने बताया कि ट्रस्ट ने सभी नियमों का पालन किया है. जो भी जमीन खरीदी है. वह बैंक के माध्यम से धन का आदान-प्रदान किया गया है.

श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट जमीन खरीद विवाद: जिस कीमत पर जमीन ली, उतने में लेकर दिखाएं: कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज

मनमीत गुप्ता/अयोध्या: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरी महाराज ने ट्रस्ट पर लगे जमीन खरीद घोटाले के आरोप की जांच के बाद ट्रस्ट को क्लीन चिट दे दिया है.स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने ट्रस्ट पर आरोप लगाने वाले राजनीतिक नेताओं और तथाकथित धर्म आचार्यों को चुनौती दी है कि रामकोट मोहल्ले में जिस मूल्य में ट्रस्ट ने जमीनों को खरीदा है. अगर उससे कम मूल्य में वह जमीनों को ट्रस्ट को दिलवाए तो ट्रस्ट उन जमीनों को स्वीकार करेगा. 

स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने बताया कि राम जन्मभूमि पर सर की 70 एकड़ भूमि का विस्तार 108 एकड़ भूमि में किया जा रहा है. जहां रामलला का भव्य मंदिर बनना है. वहां पर परकोटा और रिटेनिंग वॉल का निर्माण किया जाना है. इसके लिए भूमि का संपादन आवश्यक है. जिसके लिए ट्रस्ट भूमि संपादन अथार्त भूमि को खरीद रहा है. इसके लिए बकायदा एक उप समिति भी बनाई गई है. इस समिति में ट्रस्ट के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास, ट्रस्टी महंत दिनेश दास, विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, डॉ अनिल मिश्र और महामंत्री चंपत राय शामिल है.

ट्रस्ट ने नहीं की वैधानिक अनियमिता
ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने कहा कि भूमि विवाद भूमि खरीद घोटाले के आरोप की जांच ट्रस्ट के ट्रस्टी विश्वप्रसन्नतीर्थ, कामेश्वर चौपाल और खुद मेरे द्वारा की गई जिसमें जांच उपरांत निष्कर्ष निकला कि जमीन खरीद मामले में ट्रस्ट ने किसी भी प्रकार प्रकार की वैधानिक अनियमिता नहीं की है.

'रामभक्तों को भ्रमित करने के लिए लगाया आरोप' 
स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने बताया कि ट्रस्ट ने सभी नियमों का पालन किया है. जो भी जमीन खरीदी है. वह बैंक के माध्यम से धन का आदान-प्रदान किया गया है. साथ ही जिन जमीनों को खरीदा गया है वह बाजार मूल्य से कम दाम में खरीदा गया है. जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं वह राम भक्तों को भ्रमित करने के लिए आरोप लगाए हैं. उसमें राजनीतिक नेता हैं और तथाकथित धर्माचार्य हैं. जिन का उद्देश्य राम मंदिर निर्माण कार्य में बाधा डालना प्रतीत होता है.

आरोप लगाने से पहले ट्रस्ट से करनी थी बात 
उन्होंने आगे बताया, जिन लोगों ने आरोप लगाए हैं. उनको ट्रस्ट से पहले बात करनी चाहिए थी. उन्होंने किसी भी तरीके का शिष्टाचार का पालन नहीं किया है. स्वामी गोविंद देव गिरी जी महाराज ने उन आरोप लगाने वाले राजनीतिक नेताओं और तथाकथित धर्म आचार्यों को चुनौती दी है कि रामकोट मोहल्ले में जिस मूल्य में ट्रस्ट ने जमीनों को खरीदा है. अगर उससे कम मूल्य में वह जमीनों को ट्रस्ट को दिलवाए तो ट्रस्ट उन जमीनों को स्वीकार करेगा. साथ ही उन्होंने राम भक्तों और श्रद्धालुओं से अपील किया है कि वह ट्रस्ट पर विश्वास रखें ट्रस्ट राम भक्तों और श्रद्धालुओं के विश्वास को सार्थक करके रहेगा. राम मंदिर निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा है.

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