'रामलला के दर्शन के लिए रामभक्तों को किसी से वीजा लेने की जरूरत नहीं'
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'रामलला के दर्शन के लिए रामभक्तों को किसी से वीजा लेने की जरूरत नहीं'

अयोध्या पहुंचे मंत्री श्रीकांत शर्मा बोले- 'रामलला के दर्शन के लिए रामभक्तों को किसी से वीजा लेने की जरूरत नहीं'   (photo:ANI)

लखनऊः उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा अयोध्या नगर निगम के गठन को मंजूरी दिये जाने के एक दिन बाद राज्य के कैबिनेट मंत्री श्रीकांत शर्मा ने आज अयोध्या में रामलला के दर्शन किये. शर्मा ने फैजाबाद जिले के अयोध्या में रामलला के दर्शन के बाद  मीडिया से कहा कि रामलला के दर्शन के लिए राम भक्तों को बाबर के अनुयायियों से किसी वीजा की आवश्यकता नहीं है. मंत्री ने कहा, ‘‘लगभग 500 साल पहले आक्रमणकारियों ने हमारी संस्कृति के प्रतीक को ध्वस्त करने का प्रयास किया.’’ उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार राज्य के सभी धार्मिक स्थलों के चहुंमुखी विकास के लिए प्रतिबद्ध है.

शर्मा ने अयोध्या में राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद विवाद के हल को लेकर उच्चतम न्यायालय की सलाह का उल्लेख करते हुए कहा, ‘‘मैं इस विवाद के अदालत से बाहर निपटारे के उच्चतम न्यायालय के सुझाव का स्वागत करता हूं. समाज के हर वर्ग के लोगों को मिल बैठकर चर्चा करनी चाहिए कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण का रास्ता कैसे निकले.’’ 

 फैजाबाद-अयोध्या और मथुरा-वृंदावन को नगर निगम बनाने का फैसला

गौरतलब है कि राज्य सरकार ने कल (09 मई 2017) ही अयोध्या और मथुरा को नगर निगम बनाने का महत्वपूर्ण फैसला किया है. मुख्यमंत्री योगी की अध्यक्षता में हुई राज्य मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला किया गया. बैठक के बाद श्रीकांत शर्मा ने यहां संवाददाताओं से कहा था, ‘‘फैजाबाद-अयोध्या को मिलाकर एक नगर निगम बनाया जाएगा. इसी तरह मथुरा-वृन्दावन को भी मिलाकर नगर निगम का गठन होगा.’’ उन्होंने कहा कि सरकार धार्मिक नगरियों का विकास चाहती है और श्रद्धालुओं को सभी सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। ऐसी सुविधाएं जो दुनिया के अन्य धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं को मिलती हैं. 

शर्मा ने कहा, ‘‘ऐसी सुविधाएं देने के लिए ही अहम फैसला कैबिनेट ने लिया है. भगवान राम के प्रति करोडों लोगों की आस्था जुड़ी है और इस स्थान का विकास हो, सरकार ऐसा चाहती है. वहां पर पर्याप्त सुविधाएं हों क्योंकि देश विदेश से श्रद्धालु आते हैं. उन्हें सुविधाएं मिलें, वहां रोजगार के अवसर उपलब्ध हों. आने वाले समय में अयोध्या को रेल और सडक मार्ग से मजबूती से जोडा जाएगा. हवाई कनेक्टिविटी भी दी जाएगी ताकि श्रद्धालुओं को कोई दिक्कत ना आने पाये.’’ उन्होंने कहा कि नगर निगम बनने से अयोध्या फैजाबाद में बिजली, पानी, सडक सहित मूलभूत बुनियादी ढांचा मजबूत होगा.

शर्मा ने कहा, ‘‘उसी क्रम में दूसरा बडा फैसला किया गया. मथुरा-वृन्दावन धार्मिक नगरी है. देश दुनिया से कृष्ण भक्त वहां आते हैं. उन सभी कृष्ण भक्तों को वह तमाम सुविधाएं मिलें, जिनकी उन्हें आवश्यकता है, इसी मकसद से निगम बनाने का फैसला किया गया.’’ उन्होंने कहा कि मथुरा-वृन्दावन की धार्मिक संस्कृति का अंतरराष्ट्रीय महत्व है इसलिए स्थानीय निवासियों और तीर्थयात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए ये फैसला लिया है.

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