उत्तर प्रदेश विधानसभा के गेट पर संदिग्ध पदार्थ मिलने की खबर है. विधानसभा के अंदर 12 जुलाई को विस्फोटक पदार्थ पीईटीएन मिलने के बाद सदन की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गयी है और इसी सुरक्षा जांच के दौरान विधानसभा के गेट पर शुक्रवार रात संदिग्ध पदार्थ मिला. मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि शुक्रवार रात मिले संदिग्ध पदार्थ की मात्रा बरामद पीईटीएन से ज्यादा थी. संदिग्ध पदार्थ को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया.
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लखनऊ : उत्तर प्रदेश विधानसभा के गेट पर संदिग्ध पदार्थ मिलने की खबर है. विधानसभा के अंदर 12 जुलाई को विस्फोटक पदार्थ पीईटीएन मिलने के बाद सदन की सुरक्षा व्यवस्था बेहद कड़ी कर दी गयी है और इसी सुरक्षा जांच के दौरान विधानसभा के गेट पर शुक्रवार रात संदिग्ध पदार्थ मिला. मीडिया रिपोर्टों में सूत्रों के हवाले से कहा गया कि शुक्रवार रात मिले संदिग्ध पदार्थ की मात्रा बरामद पीईटीएन से ज्यादा थी. संदिग्ध पदार्थ को जांच के लिए फोरेंसिक लैब भेजा गया.
सूत्रों ने बताया कि 12 जुलायी को विधानसभा के भीतर खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन बरामद होने के बाद सदन की सुरक्षा काफी बढ़ा दी गयी है और सुरक्षा से जुड़े हर पहलू की गहराई से जांच की जा रही है. इसी जांच के दौरान शुक्रवार की रात विधानसभा के गेट के नोटिस बोर्ड पर संदिग्ध पदार्थ टंगा हुआ मिला जिसकी मात्रा बरामद पीईटीएन से ज्यादा बतायी जा रही है. सूत्र ने विधानसभा की सुरक्षा से जुड़े कर्मियों के हवाले से बताया कि यह पदार्थ पिछले चार-पांच साल से वहां पड़ा हुआ था और इसका इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है. सूत्र ने बताया कि संदिग्ध पदार्थ विस्फोटक नहीं है.
एनआईए करेगी पीईटीएन बरामदगी की जांच
उत्तर प्रदेश विधानसभा सदन के अंदर अत्यन्त उच्च शक्ति वाला विस्फोटक बरामद होने के बाद इस मामले की जांच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) करेगी. इस मामले में पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है. पिछली 12 जुलाई को विधानसभा सदन में नेता प्रतिपक्ष रामगोविन्द चैधरी की बेंच के पास कागज में लिपटे पाये गये करीब 60 ग्राम पाउडर की विधि विज्ञान प्रयोगशाला में जांच के दौरान खतरनाक विस्फोटक पीईटीएन के रूप में पहचान हुई.
'500 ग्राम पीईटीएन से पूरी विधानसभा उड़ायी जा सकती थी'
विधानभवन के सुरक्षा तंत्र में हड़कम्प मचा देने वाली इस घटना के बाद एक आपात बैठक करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बाद में विधानसभा में कहा कि गत 12 जुलाई को सदन में सदस्यों की एक बेंच के पास पाया गया 150 ग्राम पीईटीएन विस्फोटक बेहद शक्तिशाली था और विशेषज्ञों के मुताबिक इसकी 500 ग्राम मात्रा समूची विधानसभा को विस्फोट करके उड़ाने में सक्षम होती.
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पीईटीएन दुनिया के सबसे खतरनाक विस्फोटकों में शुमार किया जाता है
उन्होंने कहा कि 150 ग्राम पीईटीएन किसी तरह का विस्फोट करने के लिये पर्याप्त नहीं है. बहरहाल, हजरतगंज कोतवाली में अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 120(ब) (साजिश रचना) तथा 121(अ) (राष्ट्र के खिलाफ युद्ध छेड़ना) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. मालूम हो कि पीईटीएन दुनिया के सबसे खतरनाक विस्फोटकों में शुमार किया जाता है और आतंकवादी अक्सर विस्फोट करने में इसका इस्तेमाल करते हैं. इस गंधहीन पाउडर को ना तो मेटल डिटेक्टर से पकड़ा जा सकता है और ना ही खोजी कुत्ते इसका कोई सुराग दे पाते हैं.